गरियाबंद : मुख्यमंत्री कन्यादान सामुहिक विवाह योजना गरीब बेटियों के लिए वरदान
डिजिटल डेस्क, गरियाबंद। योजना की राशि बढ़कर अब 25 हजार रूपये : 276 बेटियों के हाथ हुए पीले गरीब माता-पिता के लिए बेटी का हाथ पीला करना किसी पुण्य कार्य से कम नहीं होता। हर मां-बाप की यही चाहत होती है कि अपनी बेटी की शादी धूमधाम, रीति-रिवाज और सम्मान से हो। लेकिन आर्थिक तंगी और गरीबी के चलते यह हमेशा संभव नही हो पाता, ऐसे में माता-पिता के सपने अधूरे रह जाते है। एक गरीब माता-पिता के लिए बेटी का विवाह बहुत अच्छे से सम्पन्न होना सपने साकार होने जैसा है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत ऐसे ही गरीब बेटियों के सपने पूरा करने में भूपेश बघेल सरकार जुटी है। शासन के बागडोर संभालते ही गरीब बेटियों की चिंता करते हुए विवाह की राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रूपये कर दिया। इससे बेटियों की शादियों में होने वाले खर्च का बोझ कम हुआ। छुरा विकासखण्ड के ग्राम सारागांव की रहने वाली तेजकुमारी सोरी इस योजना की साक्षी बनी है। बेहद गरीब और भूमिहीन परिवार से तालूख रखने वाली तेजकुमारी के परिवार में माता-पिता सहित दो भाई है। गरीबी के चलते माता-पिता के लिए एक बेटी के विवाह के बारे में सोचना भी चिंता बढ़ा देती थी। लेकिन इस योजना से उनकी चिंता कम हो गई। राजिम माघी पुन्नी मेला 2019 के दौरान मुख्यमंत्री कन्यादान सामुहिक विवाह में इनका पंजीयन किया गया। वहां रिती-रिवाज, परिवारजन और प्रदेश के मंत्री और जनप्रतिनिधियों के बीच धूमधाम से विवाह सम्पन्न हुआ। आज तेजकुमारी अपने ससुराल ग्राम कुसुमबु़ड़ा में अपने पति और परिवार के साथ खुशी से रह रही है। अभी उनका एक बच्चा भी है। तेजकुमारी बताती है कि इस योजना से उनकी माता-पिता की चिंता भी दूर हुई और उनके खुद के सपने भी पूरे हुए। उन्होंने इस योजना को गरीब बेटियों के लिए मुख्यमंत्री का अशीर्वाद बताया। योजना अंतर्गत जिले में 276 बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। इसमें फिंगेश्वर विकासखण्ड के 36, छुरा के 57, गरियाबंद के 40, मैनपुर के 76 एवं देवभोग के 67 गरीब बेटियों के जीवन में नई खुशहाली आई है। क्रमांक - 1651/पोषण
Created On :   12 Dec 2020 8:18 AM GMT