हनी ट्रैप मामले में ओआईसी होने के कारण गोस्वामी का टीकमगढ़ आना टला

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 हनी ट्रैप मामले में ओआईसी होने के कारण गोस्वामी का टीकमगढ़ आना टला

डिजिटल डेस्क टीकमगढ़ । इंदौर से टीकमगढ़ स्थानांतरित किए गए एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी का आना लगभग टल गया है। हनी ट्रैप मामले में ओआईसी गोस्वामी के ट्रांसफर पर हाईकोर्ट ने सवाल उठाया है। शासन के वकील ने प्रशासनिक गलती स्वीकारते हुए ट्रांसफर निरस्त किए जाने की जानकारी इंदौर खंडपीठ को दी है।
 गृह विभाग ने 22 जून को 39 आईपीएस अधिकारियों के थोक बंद तबादले का आदेश जारी किया था। आदेशानुसार अनुराग सुजानिया को मुरैना एसपी बनाया गया। पीटीसी इंदौर एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी (2009) को टीकमगढ़ पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया गया था। हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले की जांच होने तक एसपी अवधेश गोस्वामी को ओआईसी की जवाबदारी है। इसलिए गोस्वामी के ट्रांसफर के खिलाफ हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में एक आवेदन शिशिर मिश्रा की ओर से अधिवक्ता निधि वोहरा ने दायर किया। हाईकोर्ट ने हनी ट्रैप मामले की जांच होने तक ओआईसी के रूप में एसपी अवधेश गोस्वामी को जवाबदारी सौंपी है। कोर्ट ने अक्टूबर में एक अंतरिम आदेश में कहा था कि इस मामले की जांच से जुड़े किसी भी अधिकारी का ट्रांसफर कोर्ट से अनुमति लिए बगैर नहीं किया जाएगा। इसके बावजूद ओआईसी का ट्रांसफर सरकार ने कर दिया। शासन की ओर से महाधिवक्ता पुरुषेंद्र कौरव ने बताया कि एसपी अवधेश गोस्वामी का ट्रांसफर गलती से कर दिया था, जिसे निरस्त कर दिया है।  
मुरैना रवानगी से पहले बोले एसपी सुजानिया- पहला स्वतंत्र प्रभार था, कई बार गलती करके सीखा 
मुरैना स्थानांतरण के कारण गुरुवार को एसपी अनुराग सुजानिया ने टीकमगढ़ से रवानगी ली। उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ जिले में 16 महीने का सफर अत्यंत रोमांचक और खुशनुमा पलों से भरा रहा है। मेरा पहला स्वतंत्र प्रभार था तो कई बार गलती करके सीखा, मगर उस दौरान आप सभी का पूर्ण सहयोग रहा। काफी कठिन समस्याओं का सामना भी हुआ। उन्होंने कहा कि टीकमगढ़ अपने आप में सामाजिक समरसता का एक टापू है। सुजानिया ने स्टाफ और जिलेवासियों का आभार व्यक्त किया।

Created On :   26 Jun 2020 9:44 AM GMT

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