बेड पर पेशेंट फाइल न मिलने से राज्यपाल नाराज, मरीजों से पूछा हाल

Governer got angry after discovering irregularities in civil hospital
बेड पर पेशेंट फाइल न मिलने से राज्यपाल नाराज, मरीजों से पूछा हाल
बेड पर पेशेंट फाइल न मिलने से राज्यपाल नाराज, मरीजों से पूछा हाल

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढ़न)। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आगमन के मद्देनजर भले जिला अस्पताल को चुस्त-दुरूस्त दिखाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़े इस अस्पताल में राज्यपाल श्रीमती पटेल की नजर एक ऐसी अव्यवस्था पर पड़ गई। जहां सुधार करने के बारे में शायद अस्पताल प्रबंधन ने सोचा भी नहीं होगा। हुआ यूं कि गुरूवार को जिला अस्पताल के निरीक्षण दौरान राज्यपाल जब महिला वार्ड पहुंची तो उनकी नजर भर्ती मरीजों के बेड पर पड़ी। कई बेड जर्जर हालत में थे और किसी भी बेड में मरीजों के केस डिटेल वाली पेशेंट फाइल नहीं थी। यह देखकर राज्यपाल नाराज हुई और उन्होंने तत्काल सीएमएचओ से इसके बारे पूछा, लेकिन राज्यपाल का सवाल सुनकर सीएमएचओ सन्न रह गए और कुछ जवाब नहीं दे पाए। जिसके बाद राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कलेक्टर को बुलाया और बोलीं अस्पताल में बाकी चीजें तो ठीक दिख रही हैं लेकिन अभी और सुधार की जरूरत है। सभी मरीजों के बेड पर पेशेंट फाइल पैड होने चाहिए।

खास बात यह है कि अस्पताल में यह अव्यवस्था तब सामने आयी जब राज्यपाल का आगमन होना था। ऐसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुश्किल से आधा घंटा तक अस्पताल का निरीक्षण करने में जब राज्यपाल को कमी मिल गई है तो फिर अगर वह पूरे अस्पताल का निरीक्षण करतीं तो कई अन्य हकीकतें भी सामने आ सकती थीं, लेकिन निरीक्षण का सीमित समय होने से उन्हें अस्पताल के अन्य हिस्सों में ले जाया गया, जहां अपने स्तर से सब चकाचक कर दिया गया था।

नमस्ते तो बोलो
जिला अस्पताल के निरीक्षण दौरान जब राज्यपाल एनआरसी पहुंचीं तो वहां उनके इंतजार में भर्ती बच्चों को लेकर उनकी माताएं बैठी थीं। जिनका श्रीमती पटेल ने नमस्ते कहकर अभिवादन किया, लेकिन जब किसी महिला ने कोई जवाब नहीं दिया तो वह खुद बोली, नमस्ते तो बोलो। जिसके बाद सभी महिलाओं ने राज्यपाल के अभिवादन का जवाब दिया। राज्यपाल ने बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार की जानकारी उनकी माताओं से ली और डॉक्टरों को आवश्यक निर्देश भी दिये।

बच्चों का वजन भी कराया
एनआरसी के निरीक्षण में श्रीमती पटेल ने सभी माताओं से पूछा कि यहां भोजन मिल रहा है कि नहीं। सभी ने कहा, हां। इसके बाद वह सामने बैठे कुपोषण के शिकार चंदन नाम के एक बच्चे के बारे में उसकी मां से जानकारी ली। चिकित्सकों ने राज्यपाल को बताया कि चंदन जब आया था तो उसका वजन 5.65 किलो था, लेकिन अब वजन 3 किलो बढ़ गया है, जिस पर कलेक्टर ने कहा बच्चे का अभी वजन कराओ। वजन कराने पर चंदन का वजन 3.30 ग्राम अधिक यानी 8.95 किलो निकला। जिस पर बताया गया कि पानी पीने से कुछ वजन बढ़ा होगा। फिर ऐसे ही रामनारायण नाम के एक बच्चे की केस की भी जानकारी राज्यपाल ने ली। इसके बाद राज्यपाल ने सभी बच्चों की माताओं से बातचीत करते हुये सभी को फल वितरित किये और बच्चों को फल खिलाने की नसीहत दी।

 

Created On :   1 Feb 2019 4:00 PM IST

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