पुलिस बल उपलब्ध कराने में आनाकानी से बढ़ी जेल की परेशानी

Inadvertence in providing police force leads to jail trouble
पुलिस बल उपलब्ध कराने में आनाकानी से बढ़ी जेल की परेशानी
पुलिस बल उपलब्ध कराने में आनाकानी से बढ़ी जेल की परेशानी

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।  जिला जेल प्रशासन प्रहरियों की कमी से यूं ही जूझ रहा है। ऊपर से जेल में निरूद्ध बीमार बंदी के जिला अस्पताल में भर्ती होने पर बल की अनुपलब्धता इस परेशानी को और बढ़ा देती है। जेल अधिकारियों द्वारा जिला पुलिस के आरआई से पुलिस बल उपलब्ध कराये जाने की मांग की जा चुकी है। बावजूद आरआई द्वारा इस अहम विषय बल उपलब्ध कराने में आनाकानी किये जाने से जेल की परेशानी बढ़ गई है। विवश होकर जेल ने जिला अस्पताल में भर्ती बीमार बंदी की सुरक्षा हेतु फिलहाल प्रहरी को तैनात किया गया है। जबकि नियमानुसार जेल की मांग पर पुलिस बल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी जिला पुलिस को दी गई है। प्रदेश के सभी जिलों में जेल की मांग के अनुरूप पुलिस बल उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन सिंगरौली जिले में पुलिस बल जेल को उपलब्ध कराने में आनाकानी किये जाने का संभवत: यह पहला मामला प्रकाश में आया है।
जिला अस्पताल में भर्ती है हत्यारोपी बंदी
जिला पुलिस की उदासीनता का आलम यह है कि जिला अस्पताल में हत्यारोपी बीमार बंदी भर्ती हैं। जेल अधिकारियों द्वारा सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से पुलिस लाइन के आरआई को इस बावत सूचित कर पुलिस बल उपलब्ध कराये जाने की मांग की गई थी। लगभग 8 दिनों से भर्ती बीमार बंदी की सुरक्षा को लेकर आरआई द्वारा बल उपलब्ध कराने में लगातार आनकानी बरतना बताया जाता है। जिससे जेल प्रशासन भी हैरान है। इन हालातों को देखते हुए जिला जेल अधीक्षक ने जिला पुलिस कप्तान को शिकायती पत्र भेजा है। जेल अधिकारियों की मानें तो गंभीर अपराध का आरोपी जिला अस्पताल में भर्ती है। जहां उसके लिए पृथक व्यवस्था भी नहीं है। आम मरीजों के बीच वह उपचाररत है। कभी किसी तरह की अनहोनी घटना भी हो सकती है। इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता है। यह पुलिस विभाग का अदना जवान भी समझता है। फिर भला जिम्मेदारों द्वारा इस अहम विषयपर आनकानी बरतना वाकई चिंतनीय है।
इनका कहना है
जिला अस्पताल में एक बीमार बंदी को पिछले 8 दिनों से उपचार हेतु भर्ती कराया गया है। भर्ती बंदी हत्यारोपी है। लिहाजा उसकी सुरक्षा हेतु जिला पुलिस के आरआई को सूचित कर पुलिस बल उपलब्ध कराये जाने की मांग भी की गई थी। लेकिन ऐसा न होने पर विवश होकर एसपी से  पत्राचार किया गया है।
-आरआर सिंह, जिला जेल अधीक्षक

 

Created On :   18 July 2020 11:52 AM GMT

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