घटिया रोड का भुगतान कराने जोरआजमाइश!-16 लाख का लगाया चूना

Jarmajmish to pay cheap road! - Lime imposed of 16 lakhs
घटिया रोड का भुगतान कराने जोरआजमाइश!-16 लाख का लगाया चूना
घटिया रोड का भुगतान कराने जोरआजमाइश!-16 लाख का लगाया चूना

डिजिटल डेस्क सिंगरौली (मोरवा) । तकरबीन पौने दो वर्ष पहले ननि के द्वारा वार्ड क्रमांक-3 स्थित जगमोरवा बस्ती में शुरू कराये गये निर्माण कार्य को आज भी पूरा नहीं किया गया है। घटिया निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की अनुशंसा संबंधित अधिकारियों ने निरीक्षण उपरांत कर दी थी। लेकिन ननि का कार्य काल पूरा होने से पहले इस कार्य के एवज में आवंटित 16.15 लाख रूपये के बिल निकालने को लेकर जोर अजमाइश जारी है। सूत्रों की मानें तो इस निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितता को लेकर कई शिकायतें हुई। सब इंजीनियर से लेकर वार्ड पार्षद तक ने इस कार्य में रोक लगाने अथवा दोबारा कार्य कराने की मांग की। ननि आयुक्त ने भी कार्य की गुणवत्ता को लेकर संजीदगी दिखाते हुए भुगतान पर रोक लगाने के  निर्देश दिये थे। जिससे पौने दो वर्षों से भुगतान नहीं हो पाया है।  स्थानीय ठेकेदार ने इस निर्माण कार्य को नेशनल हाइवे की खुदाई से निकली मिट्टी, घटिया गिट्टी और आसपास से बालू लाकर जैसे-तैसे रोड को बना दिया था। नतीजतन सडक़ के नाम पर लाखों की होली खेली गई है। जिसको लेकर ठेकेदार को नोटिस किया गया था, लेकिन अभी तक इस सडक़ को दोबारा बनाना जरूरी नहीं समझा गया। ठेकेदार के द्वारा जोर जुगत लगाकर अपना बिल तैयार करवा लिया गया है जो इस समय आडिट में रूका होना बताया जा रहा है। 
किसी ने नहीं देखी गुणवत्ता
जगमोरवा में सडक़ निर्माण कार्य के भूमि पूजन के दौरान महापौर प्रेमवती खैरवार, विधायक सिंगरौली रामलल्लू वैश्य, निगमाध्यक्ष चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, पार्षद रूपा झा और आयुक्त शिवेन्द्र सिंह सहित अन्य ने सडक़ को गुणवत्तायुक्त और समयसीमा पर बनाकर तैयार करने की समझाइश दी थी। लेकिन भूमिपूजन के उपरांत आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि या संबंधित अधिकारियों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और उसकी हालत पर गौर करना मुनासिब नहीं समझा है। 
हर दिन हो रही पूछताछ
सूत्रों की मानें तो जगमोरवा बस्ती में अर्धनिर्मित-घटिया निर्माण कार्य के भुगतान को लेकर हर दिन पूछतांछ की जा रही है। वित्त से लेकर आडिट तक फाइल पर क्या चल रहा है इसको लेकर संबंधितों की पेशी ननि मुख्यालय के एक चैम्बर में करायी जा रही है। जिसकी प्रगति रिपोर्ट भी इस कार्य को करने वाले ठेकेदार को प्रतिदिन दी जा ही है। उसे आश्वस्त किया जा रहा है कि जल्द ही भुगतान करा दिया जायेगा। उस सडक़ को दोबारा बनाने की जरूरत नहीं है। संभवत: ठेकेदार ने इस बिल के भुतगान के लिये समझौता कर लिया है जिससे चुनाव आने से पहले उसे मोटी रकम मिल जाय।

Created On :   27 Nov 2019 3:05 PM IST

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