मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा

Large network of human trafficking revealed
मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा
मानव तस्करी के बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा

-सरई थाना व क्राइम ब्रांच की संयुक्त कार्रवाई में सात मानव तस्कर चढ़े हत्थे
-मड़वास स्टेशन से तस्करों के चंगुल से भागकर आई पीडि़ता ने दी थी जानकारी 
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
सरई थाना पुलिस ने मानव तस्करी की शिकार युवती के सहयोग से एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले से जुड़े 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। रविवार को सरई थाना पुलिस ने मामले खुलासा करते हुए बताया कि क्षेत्र में काफी दिनों से मानव तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। जिसकी पड़ताल में पुलिस जुटी हुई थी। खरीददारों के चंगुल से बचकर भाग आई युवती सुनीता उर्फ नूरजहां ने सरई थाने में आकर आपबीती सुनाई। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मामले की परत दर परत सामने आ गई। पुलिस ने जांच में पाया कि गन्नई निवासी दयाराम साकेत की रिश्तेदारी सागर जिले के रहली क्षेत्र में है। अपने रिश्तेदार नाथूराम के माध्यम से अलीगढ़, मथुरा से लड़कियों के खरीददारों को बुलाया था। इसके बाद अपने दामाद प्रकाश व उसके साथी अखिलेश, रफीक के साथ मिलकर पचास हजार रुपये में एक लडक़ी को बेचा है। 
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने दयाराम साकेत पिता ज्ञान साकेत निवासी गन्नई अखिलेश उर्फ देवराज साकेत पिता जनकलाल साकेत निवासी सुहिरा थाना माड़ा, रफीक मोहम्मद उर्फ  बचऊ उर्फ  राकेश पिता रहमतउल्ला निवासी चिनगी टोला थाना बरगवां, रामप्रकाश उर्फ प्रकाश साकेत पिता श्यामलाल साकेत निवासी चौरा थाना माड़ा, लक्ष्मण सिंह जाट पिता सुखराम सिंह जाट, अनिल कुमार जाट पिता कालीचरण जाट दोनो निवासी मेहवला थाना इगलास जिला अलीगढ़ उप्र, नाथूराम अहिरवार पिता अर्जुन अहिरवार निवासी खैराना थाना रहली जिला सागर मप्र को गिरफ्तार कर आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 120बी, 109, 370(2), 354, 366 के तहत मामला पंजीबद्ध कर कोर्ट में पेश किया है।
बड़े नेटवर्क की हुई जानकारी
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि गन्नई गांव निवासी दयाराम पिता ज्ञान साकेत की लडक़ी की शादी चौरा गांव निवासी रामप्रकाश साकेत से हुई है। रामप्रकाश साकेत का रिश्ते का भाई अखिलेश सुहिरा में रहता है। जिसकी ससुराल बरगवां थाना क्षेत्र के तेलदह में है। जहां आने जाने के दौरान उसकी मित्रता रफीक उर्फ बचऊ से हुई थी। दयाराम ने अपने दामाद और अखिलेश व रफीक के साथ मिलकर रफीक की बीबी को सुनीता नाम से व रफीक को राकेश के नाम से बताकर सुनीता को राकेश की बहन के रुप में पेश कर बेचने का प्लान तैयार किया। 
अलीगढ़ से ग्राहक को बुलाए
दयाराम की रिश्तेदारी रहली के नाथूराम अहिरवार के घर में है। नाथूराम की जान पहचान अलीगढ़ के लक्ष्मण सिंह जाट से थी। नाथूराम ने अपनी पहचान के लक्ष्मण को लडक़ी उपलब्ध होने की बात बताई। तब दयाराम ने नाथूराम व लक्ष्मण जाट को लडक़ी खरीदने हेतु बुलाया। विगत 6 फरवरी को नाथूराम अपने साथ लक्ष्मण सिंह पिता सुखराम सिंह निवासी अलीगढ़, अनिल कुमार पिता कालीचरण निवासी अलीगढ़ को दयाराम लेकर आया। वहां से दयाराम ने अपने दमाद रामप्रकाश व अखिलेश को पार्टी आ जाने की सूचना दी। इसके दामाद रामप्रकाश और सुहिरा निवासी अखिलेश साकेत को लेकर परसौना में रफीक उर्फ  राकेश व नूरजहां उर्फ सुनीता से मिला। लेकिन एटीएम से पैसा 25 हजार निकलने पर बात नहीं बनी। लडक़ी सुनीता उर्फ  नूरजहां को लेकर रफीक चला गया, दूसरे दिन लक्ष्मण जाट द्वारा 50 हजार देने के बाद नूरजहां उर्फ  सुनीता को लक्ष्मण सिंह, अनिल व नाथूराम को सुपुर्द कर दिया गया। 
मड़वास में उतरकर भागी
शक्तिपुंज ट्रेन आने पर लक्ष्मण, अनिल, नूरजहां उर्फ सुनीता को लेकर ट्रेन से कटनी की तरफ रवाना हुए। सरईग्राम के आगे ट्रेन जाने पर लक्ष्मण, अनिल, नाथूराम उससे छेड़छाड़ करने लगे। उसके द्वारा मना करने पर बोले की पैसे देकर खरीदा है जो चाहेंगे करेंगे। तब वह घबराकर मड़वास स्टेशन पर उतर गई। इसके बाद सरई पुलिस थाना पहुंचकर आप बीती बताई थी।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
मामले को खुलासा करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक शंखधर द्विवेदी, उपनिरीक्षक  
क्राइम ब्रांच टीम प्रभारी वीके पाठक, सुधांशु सिंह चौहान, सनि शेषमणि टांडिय़ा, एसउनि सूर्यपाल सिंह, प्रआर माने खान, नीलेश मिश्रा, आर. केशव सिंह बघेल, सुनील यादव, जीतेन्द्र अहिरवार, बबलू यादव, वंशलाल प्रजापति, मआर मीना धुर्वे, नेहा तिवारी, सावित्री तिवारी, क्राइम ब्रांच टीम के प्रआर पंकज सिंह चंदेल, अमित जायसवाल, अतुल तिवारी, सायवर सेल के आर विजय खरे शामिल रहे।

Created On :   17 Feb 2020 1:37 PM IST

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