पिछले दरवाजे से बेची जा रही थी शराब - पुलिस ने जब्त की 80 लाख कीमत की 1300 पेटी 

Liquor was being sold through the back door - police seized 1300 cases worth 80 lakh
पिछले दरवाजे से बेची जा रही थी शराब - पुलिस ने जब्त की 80 लाख कीमत की 1300 पेटी 
पिछले दरवाजे से बेची जा रही थी शराब - पुलिस ने जब्त की 80 लाख कीमत की 1300 पेटी 

डिजिटल डेस्क छतरपुर । लॉकडाउन के दौरान जिले में लगातार अवैध शराब की बिक्री के मामले सामने आने पर पुलिस अधीक्षक कुमार सौरभ द्वारा विभाग को कड़ी कार्रवाई के निर्देशन दिए गए हैं। इसी क्रम में जिले की सभी शराब दुकानों को सील करके पुलिस द्वारा निगरानी भी की जा रही है, मगर फिर भी जिले में लगातार शराब बेचे जाने की सूचना मिल रही है। रविवार की अलसुबह सटई रोड स्थित अंग्रेजी शराब दुकान क्रमांक 4 से चोर रास्ता बनाकर शराब की अवैध तरीके से निकासी होने की सूचना प्रशासन को मिली थी। जिसके आधार पर   एएसपी, एसडीएम और जिला आबकारी अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर शराब दुकान की जांच पड़ताल की। जहां दुकान के पीछे सीढिय़ां लगी होने और एक खराब शटर तोड़कर भी रास्ता बना हुआ मिलने पर प्रशासन द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई। प्रशासन का कहना है कि इन्हीं रास्तों से दुकान से अवैध शराब की निकासी की जा रही है। इस आधार पर तीनों विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए लॉकडाउन का उल्लंघन करने संबंधी धाराओं में मामला पंजीबद्ध करके लगभग 1300 पेटी शराब जब्त की और तीन ट्रकों में भरकर शराब को सिविल लाइन थाने मे जब्ती बनाकर सुरक्षार्थ रखवाया गया। जब्त शराब की कीमत 80 लाख रुपए अनुमानित है। 
आखिर दुकान सील करते समय ढंग से जांच पड़ताल क्यों नहीं हुई 
पुलिस ने जिस शासकीय आबकारी अंग्रेजी शराब दुकान क्रमांक 4 में छापा मारा, वहां दुकान की सील लगी हुई थी। मगर दुकान के पीछे एक चोर दरवाजा बनाकर दुकान से लगातार शराब निकालकर बेचने की सूचना मिल रही थी। ऐसे में सवाल उठते हैं कि ठेका अनुबंधित करते समय क्या विभाग द्वारा दुकान स्थल की बारीकी से जांच नहीं की गई थी। क्या विभाग द्वारा ठेका स्वीकृति देते समय नक्शा में चोर दरवाजे को छुपाया गया था या फिर दुकानों का नियमित निरीक्षण न होने से ठेकेदार ने अचानक द्वार बना लिया था, ये सब जांच का विषय है। सूत्रों के अनुसार जिले की अधिकतर शराब की दुकानों में चोर रास्तें बनाए गए हैं, जहां से लगातार अवैध तरीके से शराब की निकासी हो रही है।  
तीन विभागों ने की संयुक्त कार्रवाई 
कलेक्टर के निर्देशन में राजस्व, पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी संयुक्त कार्रवाई करने सुबह शराब दुकान पहुंचे। जहां सबसे पहले दुकान का मुआयना किया गया और सील को देखा। साथ ही दुकान की पीछे के हिस्से की जांच की गई, जहां माल निकालने का रास्ता होने के कारण प्रशासन की परिस्थिति के अनुसार ठेकेदार के विरूद्ध कार्रवाई की। शराब दुकान के स्टॉक रजिस्टर, दस्तावेज को जब्त करके पंचनामा कार्रवाई के बाद शराब को जब्त किया गया। प्रशासन द्वारा अलसुबह शुरू हुई कार्रवाई देर शाम 4 बजे तक चलती रही, जिसमें विभिन्न ब्रांडों की लगभग 80 लाख कीमत की 1300 पेटी से ज्यादा शराब जब्त की गई है। मामले में आबकारी विभाग की ओर से सिविल लाइन थाने में ठेकेदार के विरूद्ध लॉकडाउन तोडऩे का मामला दर्ज कराया गया। उधर शराब दुकान के ठेकेदार परशुराम शिवहरे के भाई बृजगोपाल शिवहरे ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने बिना वजह उनके भाई पर कार्रवाई की है। प्रशासन ने उन्हें और उनके भाई को चाबी लेकर दुकान पर बुलाया और आरोप लगाए कि वे शराब की तस्करी करा रहे हैं। जब हमारे द्वारा विभाग को लॉकडाउन के पहले अधिकारियों द्वारा बनाए गए स्टॉक चेक करने की बात कही गई तो अधिकारी बिगड़ गए और जबरन कार्रवाई कर दी गई।  
व्प्रशासन को दुकान से शराब की अवैध तरीके से निकासी की सूचना मिली थी, जिस पर मौके पर पहुंचकर जांच की गई। जहां संदिग्ध परिस्थिति नजर आने पर धारा 188 के उल्लंघन का मामला ठेकेदार के विरूद्ध दर्ज कराया गया, वहीं बड़ी मात्रा में शराब भी जब्त की गई है।
- शैलेष जैन, जिला आबकारी अधिकारी छतरपुर
 

Created On :   20 April 2020 3:46 PM IST

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