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रेत माफिया पर लगाम 6अवैध पुल के माध्यम से यूपी से एमपी रेत ला रहा था माफिया

खनिज विभाग ने रामपुर में अवैध पुल को तोड़ा, रेत से भरे 17 ट्रक किए जब्त
डिजिटल डेस्क छतरपुर । खनिज विभाग ने गौरिहार क्षेत्र मेें केन नदी पर रेत माफिया द्वारा बनाए अवैध पुल को तोड़ दिया। यहां यूपी जा रहे रेत से ओवरलोड 17 ट्रकों को भी विभाग ने जब्त कर गोयरा थाने भेजा है। गौरतलब है कि क्षेत्र में रेत के अवैध कारोबार को लेकर दैनिक भास्कर लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है। इसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग ने मामले में कार्रवाई की है।
खनिज निरीक्षक अजय मिश्रा ने बताया कि विभाग को रामपुर, हर्रई सहित अनेक स्थानों पर केन नदी के प्रवाह को रोककर रेत का अवैध कारोबार किए जाने की शिकायत मिलीं थीं। इसके बाद खनिज अधिकारी के नेतृत्व में बनी टीम ने मौके पर छापा मारा। गोयरा थाना क्षेत्र में रामपुर से करीब एक किमी दूर कंदेला की ओर कुछ लोग निजी भूमि एवं अवैध उत्खनन कर रेत खदानें संचालित कर रहे हैं। यहां रेत माफिया ने केन नदी का प्रवाह रोककर अवैध पुल भी बना लिया है। खनिज विभाग के मौके पर पहुंचने पर यहां से रत माफिया भाग खड़ा हुआ। इसके बाद प्रशासन की टीम ने इस अवैध रिपटे (पुल) को तोडृ दिया। खनिज विभाग की टीम को यहां दो दर्जन से ज्यादा रेत के ओवरलोड ट्रक भी खड़े मिले। इन ट्रकों के ड्राइवर उन्हें मौके पर ही छोड़कर भाग खड़े हुए। माइनिंग इंसपेक्टर ने बताया अब तक 17 ट्रकों को पकड़कर थाने भेजा चुका है। बाकी ट्रकों पर भी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि टीम हर्रई एवं अन्य रेत खदानों पर भी जल्द छापामार कार्रवाई करेगी।
यूपी से ला रहे थे रेत
खनिज विभाग के सूत्रों ने बताया कि रेत माफिया इस पुल का इस्तेमाल कर यूपी से अवैध रेत एमपी में ला रहे थे। इसके बाद वे यही रेत यूपी से आए ट्रकों में लोड करते थे। दरअसल रामपुर में रेत खत्म होने की कगार पर है। इसलिए ये माफिया रेत को यूपी से ला रहे हैं।
बाकी इलाकों में भी कार्रवाई जरूरी
गौरतलब है कि इस क्षेत्र के गोयरा, परेई, हर्रई, बघारी, कंदैला, लसगरहा सहित अनेक गांवों में अवैध उत्खनन की शिकायतें खूब हैं। इन इलाकों में रेत माफिया एलएनटी मशीनों से नदी में खुलेआम अवैध उत्खनन कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि राजनीतिक संरक्षण होने की वजह से इन इलाकों में कार्रवाई नहीं होती है। रेत के अवैध कारोबार की वजह से केन नदी के स्वरूप और पर्यावरण को भयावह नुकसान हो रहा है, लेकिन इस ओर से सभी ने आंखें बंद कर रखी हैं।
Created On :   21 Jan 2020 2:03 PM IST