जल जांच की कई रिपोर्ट पेंडिंग, चार माह से वेतन नहीं-भूजल सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारी गए थे हड़ताल पर

Many reports of water investigation are pending, no salary for four months
जल जांच की कई रिपोर्ट पेंडिंग, चार माह से वेतन नहीं-भूजल सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारी गए थे हड़ताल पर
असर जल जांच की कई रिपोर्ट पेंडिंग, चार माह से वेतन नहीं-भूजल सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारी गए थे हड़ताल पर

डिजिटल डेस्क, बुलढाणा। प्रलंबित वेतन न मिलने से भूजल सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर गए थे। इससे जल क्वॉलिटी की जांच के भूजल विभाग में जांच के लिए आई १,६९६ रिपोर्ट अभी भी पेंडिंग है। जल के सैंपल स्वच्छता व जल क्वॉलिटी जांच विभाग द्वारा भेजी गई थी। इसी के चलते किसी गांव में दूषित जलापूर्ति होने पर अथवा जलजन्य बीमारी होने पर दिक्कतें आ सकती हैं। बता दें कि भूजल सर्वेक्षण विभाग के १७ कर्मचारी अभी भी वेतन से वंचित है। बता दें कि, शासन द्वारा ग्रीष्म काल में रासायनिक तथा बारिश के दिनों में जैविक जांच की जाती है। स्वच्छता व जल क्वॉलिटी विभाग द्वारा जल के सैंपल लिए जाते हैं। वर्षभर में रासायनिक जांच के ५,३३६ सैंपल व जैविक जांच के ४,९१९ सैंपल जांच के लिए लिए गए थे। जिले के ८६९ ग्राम पंचायतों की ७११ महिलाओं ने यह सैंपल लिए थे। इनमें से १ हजार ६९६ सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। उनमें से एक भी सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। मार्च से भूजल विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर जाने से यह रिपोर्ट पेंडिंग है। 

जल जांच के लिए लगते हैं 2,350 रूपए

जल की पीएच जांच के लिए १००, टीडीएस जांच १००, कंडक्टिविटी १००, भारीपन १५०, लोह २००, आम्लता १५०, क्लोराइड- १००, सल्फेट १५०, नायट्रेट २००, फलोराइड २००, दूषितता १००, जिवाणु ४००, कोलाय ४०० एसे कुल दो हजार तीन सौ पचास रूपये जल की जांच के लिए लगते हैं। हाल ही में भूजल सर्वेक्षण विभाग के कर्मचारी काम पर लौटे हैं। उन्हें वेतन देने का आश्वासन शासन की ओर से दिया गया है। इससे उन्होंने अपना काम शुरू किया है। सैंपल्स की रिपोर्ट भी अब उपलब्ध होंगे, किंतु वेतन न मिलने से कर्मचारी शासन के प्रति नाराजी प्रकट कर रहे हैं।
 

Created On :   9 May 2022 5:25 PM IST

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