मिलर्स ने नान की अनुबंध शर्तों की उड़ाई धज्जियां, प्रबंधक मौन

Millers flout Naans contract terms, manager silent
मिलर्स ने नान की अनुबंध शर्तों की उड़ाई धज्जियां, प्रबंधक मौन
3 दिन की शर्ते पर निकल गये महीनों, फिर भी वेयर हाउस में जमा नहीं करा पाये 1819 मीट्रिक टन चावल मिलर्स ने नान की अनुबंध शर्तों की उड़ाई धज्जियां, प्रबंधक मौन

डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ)। मिलर्स द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम की अनुबंध शर्तों की खुलेआम धज्जियां उड़ाये जाने के बाद भी जिला प्रबंधक एसके द्विवेदी चुप्पी साधे हुये हैं। हैरत की बात यह है कि कलेक्टर राजीव रंजन मीना की फटकार के बाद भी नान के डीएम मिलर्स की ढ़ाल बन गये हैं। आरोप है कि मिलर्स की जुगलबंदी के चलते अनुबंध शर्तों के उल्लंघन के बाद भी नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक राइस मिल सील करने का साहस नहीं जुटा पाये हैं। इसके चलते प्रशासन का चावल दबाये जाने बाद भी मिलर्स बैखौफ हैं। बताया जाता है कि मिलर्स की सांठगांठ के चलते नान के डीएम ने जिले के प्रशासनिक मुखिया के आदेश को शिथिल कर दिया है।
क्या है नियम?
नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा धान का उठाव करने के बाद 3 के अंदर चावल जमा किये जाने का जिले के 11 मिलर्स ने अनुबंध किया है। बताया जाता है कि डेढ़ माह पहले मिलर्स ने धान का उठाव तो कर लिया है, लेकिन चावल जमा करने में आनाकानी की जा रही है। ऐसे में अनुबंध शर्तों के उल्लंघन पर नागरिक आपूर्ति निगम को मिलर्स द्वारा जमा की गई एफडीआर को जब्त कर ब्लैकलिस्टेड करने का अधिकार है। इतना ही नहीं यदि मिलर्स द्वारा चावल नहीं जमा किया जा रहा है तो नागरिक आपूर्ति निगम इनकी राइस मिल को सील कर सकता है। इसके बाद भी इस पूरे मामले में अपर कलेक्टर डीपी बर्मन की खामोशी सवालों के घेरे में हैं। सूत्रों का कहना है कि कुछ मिलर्स द्वारा अपर कलेक्टर की शरण में जाने के कारण राइस मिल सील करने की कार्रवाई को अचानक स्थगित कर दिया गया था।
एक माह से जारी है ड्रामेबाजी
मिलर्स को अभयदान दिये जाने के पीछे एक माह से प्रशासन और नान की ड्रामेबाजी जारी है। आरोप है कि मिलर्स द्वारा अफसरों को उपकृत करने की वजह से राइस मिलों को सील करने की कार्रवाई को सुनियोजित तरीके से स्थगति किया गया है। जानकारों का कहना है कि एक अधीनस्थ अधिकारी द्वारा कलेक्टर को गुमराह करके अपना असली मकसद पूरा कर लिया है।
फैक्ट फाइल
- 1 लाख 21 हजार 48 मीट्रिक टन धान का उपार्जन।
- मिलर्स से 64 हजार 84 मीट्रिक टन का अनुबंध।
-36 हजार 956 मीट्रिक टन धान का मिलर्स ने किया उठाव।
-अब तक सिर्फ 24760 मीट्रिक टन चावल जमा।
- वर्तमान समय में मिलर्स ने प्रशासन का 1819 मीट्रिक टन चावल दबाया।
इनका कहना है
मिलर्स द्वारा अनुबंध शर्तों का उल्लंघन किये जाने की नस्ती अपर कलेक्टर के पास प्रस्तुत की गई थी। शाखा प्रभारी अधिकारी के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।
-एके द्विवेदी, डीएम नान

Created On :   14 Oct 2021 10:19 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story