अशोक नगर से नौकरी दिलाने के बहाने सिंगरौली लाकर महिला से किया दुष्कृत्य

Misbehaved with woman by bringing Singrauli on the pretext of getting a job from Ashok Nagar
अशोक नगर से नौकरी दिलाने के बहाने सिंगरौली लाकर महिला से किया दुष्कृत्य
अशोक नगर से नौकरी दिलाने के बहाने सिंगरौली लाकर महिला से किया दुष्कृत्य

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (माड़ा)। कोयला खदान में पति को नौकरी दिलाने के बहाने सिंगरौली लाकर एक विवाहिता महिला से दुराचार का मामला संज्ञान में आया है। आरोपी ने संजय ताम्रकार निवासी गांधी पार्क, सब्जी मंडी रोड अशोकनगर ने वहां से पीडि़ता के पति को नौकरी दिलाने के बहाने पति-पत्नी को अपने वाहन से 30 नवंबर को सिंगरौली लेकर आया था। घटना के दिन माड़ा थाना क्षेत्र के इको पार्क और जलजलिया मंदिर के पास जंगल में फरियादिया ने दुराचार किये जाने का मामला दर्ज कराया है।
जानकारी के मुताबिक अशोक नगर निवासी संजय ताम्रकार ने फरियादी महिला और उसके पति को नौकरी दिलाने के बहाने सिंगरौली लाया था। जिन्हें वह अपने वाहन में इधर उधर घुमाता रहा और माड़ा के जंगल में ले जाकर उसके पति को शराब पिलाई। पति को नशा हो जाने पर उसने महिला से जबरन दुराचार किया। फिर उसे डरा-धमकाकर अपने साथ वापस अशोक नगर ले गया। महिला ने कई दिनों के बाद अशोकनगर कोतवाली में मामला दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन आरोपी के रसूख और एक राजनीतिक पार्टी का नेता होने के कारण मामला दर्ज नहीं किया। पीडि़ता को अशोकनगर पुलिस ने यह कह कर लौटा दिया कि घटना उनके थाना क्षेत्र में नहीं हुई है इसलिये वह घटना क्षेत्र के थाने में मामला दर्ज कराये। थक परेशान होकर पीडि़ता 31 दिसम्बर को पुन: माड़ा थाने पहुंची। माड़ा थाने में भी उसे चक्कर लगवाए गये। कई दिन तक पीडि़ता अपने पति के साथ सिंगरौली जिले के चक्कर काटती रही। जिसके उपरांत माड़ा थाने में आरोपी संजय ताम्रकार के विरूद्ध आईपीसी की धारा 376, 376ए और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि अभी तक इस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। एक सप्ताह बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पूर्व ही इसी क्षेत्र में बीना निवासी एक कारोबारी ने भी अपने नौकर की पत्नी से बलात्कार किया था। 
महिला अपराधों में संवेदनशीलता की दुहाई
जिले के पुलिस कप्तान श्री रंजन के द्वारा बार बार महिला अपराधों में संजीदगी से कार्रवाई करने की दुहाई दी जाती है। क्राइम मीटिंग में इस प्रकार के मामलों को बार बार दुहराया जाता है लेकिन जिले की माड़ा थाना पुलिस ने दूसरे जिले से लाकर यहां पर दुराचार किये जाने के मामले को संजीदगी से नहीं लिया गया है। जिससे एक बार फिर पुलिस की करनी और कथनी में अंतर साफ नजर आने लगा है। एक सप्ताह बाद भी मामले में आरोपी की गिरफ्तारी या किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो पायी है।
चुपमार कर बैठी माड़ा पुलिस
मामले की जानकारी को छिपाकर पुलिस ने गुपचुप विवेचना शुरू कर दी है लेकिन अभी तक आरोपी तक नहीं पहुंच पायी है। संवेदनशील मामलों में भी माड़ा थाना पुलिस ने अपने स्तर तक छानबीन को सीमित रखा है। मामले की तहकीकात कर रहे विवेचना अधिकारी एसआई अभिमन्यु द्विवेदी भी से सम्पर्क कर जानकारी चाही गई तो उन्होंने फोन बिजी कर दिया। प्रकरण की जानकारी देने से कतरा रही माड़ा पुलिस के रवैय्ये से महिला अपराधों में असंवेदनशीलता उजागर हो रही है।
इनका कहना है
माड़ा थाने में 31 दिसम्बर को दुराचार का मामला दर्ज किया गया था। आरोपी अशोकनगर का बताया जा रहा है। जिसकी विवेचना थाना प्रभारी अभिमन्यु द्विवेदी के द्वारा की जा रही है। अभी तक की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी वे ही उपलब्ध करा पायेंगे।
..डॉ. कृपाशंकर द्विवेदी, एसडीओपी
 

Created On :   6 Jan 2020 9:51 AM GMT

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