मिशन परिवार विकास प्रदेश के सभी जिलों में होगा कार्यशाला में जिलों के प्रतिभागियों को दिये गये निर्देश

मिशन परिवार विकास प्रदेश के सभी जिलों में होगा कार्यशाला में जिलों के प्रतिभागियों को दिये गये निर्देश
श्योपुर मिशन परिवार विकास प्रदेश के सभी जिलों में होगा कार्यशाला में जिलों के प्रतिभागियों को दिये गये निर्देश
हाईलाइट
  • सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।

डिजिटल डेस्क, श्योपुर। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत मिशन परिवार विकास अब प्रदेश के सभी जिलों में संचालित होगा। मिशन परिवार विकास की गतिविधियों को जिलों में बेहतर ढंग से संचालित करने के दृष्टिगत जिलाधिकारियों की कार्यशाला गुरुवार को एनएचएम कार्यालय में हुई। कार्यशाला में मिशन की गतिविधियों से प्रतिभागियों को परिचित कराया गया। एम.डी. एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास ने पूरे प्रदेश में मिशन को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किये जाने के लिये जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

श्रीमती दास ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन परिवार विकास में परिवार नियोजन की सेवाओं की माँग में बढ़ोत्तरी के लिये सारथी-रथ और सास-बहू सम्मेलन का आयोजन किया जाये। नव-दम्पत्ति को नई पहल किट अंतरा गर्भनिरोधक सेवाएँ उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक दी जायें। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन के स्थाई साधनों की उपलब्धता और सेवा प्रदान करना सुनिश्चित करें। कार्यशाला में उप संचालक परिवार कल्याण डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि मिशन परिवार विकास में परिवार नियोजन की स्थाई सेवाओं में हितग्राहियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में पुरुष नसबंदी के लिये 50 प्रतिशत और महिला नसबंदी के लिये 40 प्रतिशत वृद्धि और अंतरा गर्भनिरोधक साधन अपनाने पर हितग्राही एवं आशा कार्यकर्ता को प्रति डोज प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी।

कार्यशाला में एडवाइजर परिवार कल्याण एवं मातृ स्वास्थ्य विभाग भारत सरकार डॉ. एस.के. सिकदर ने एनएफएचएस-5 के डेटा के आधार पर परिवार कल्याण सेवाओं की समीक्षा की। समीक्षा में बताया गया कि पिछले 5 वर्षों में इंदौर-जबलपुर संभाग में महिला नसबंदी और रीवा संभाग में पुरुष नसबंदी में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की गई। कार्यशाला में मिशन संचालक डॉ. पंकज शुक्ला, राज्य प्रमुख यूएनएफपीए श्री सुनील जैकब भी उपस्थित थे।

Created On :   11 Dec 2021 8:44 AM GMT

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