ब्लैकलिस्टेड ठेकेदार को उपकृत करने विधायक ने की मंत्री से सिफारिश

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ब्लैकलिस्टेड ठेकेदार को उपकृत करने विधायक ने की मंत्री से सिफारिश

-बालक छात्रावास का एग्रीमेंट नहीं करने पर टेंडर निरस्त करते हुये पीआईयू ने 2 लाख किये थे राजसात
डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)।
बालक छात्रावास चितरंगी के  निर्माण के लिये टेंडर के बाद एग्रीमेंट नहीं करने पर पीआईयू ने जिस ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड करते हुये 2 लाख की अमानत राशि को राजसात किया था। अब विधायक का उसी निविदाकार की पैरोकारी में उतर आये हैं। पीआईयू के अधिकारियों का कहना है कि चितरंगी विधायक अमर सिंह ने पहले उस पर कार्रवाई के लिये पहले कलेक्टर से शिकायत की थी, अब उसे फिर से काम दिये जाने के लिये मंत्री से सिफारिश की है। हालात यह है कि विधायक के दोहरे मापदंड से अब पीआईयू के अधिकारी पशोपेश में आ गये हंै। दरअसल, पीआईयू ने टेंडर के बाद ठेकेदार शिवेन्द्र सिंह को 4 मार्च तक का समय दिया था। टेंडर की शर्तों के आधार पर ठेकेदार द्वारा अनुबंध नहीं करने पर पीआईयू ने 16 मार्च को अनुबंध निरस्त करते हुये अमानत राशि को जब्त कर लिया था। बताया जाता है कि विधायक द्वारा कलेक्टर को सौंपे गये शिकायती पत्र के आधार पर पीआईयू ने यह कार्रवाई की थी। मजे की बात तो यह है कि विधायक अब एक बार फिर उसी चहेते ठेकेदार को बालक छात्रावास का टेंडर दिलाये जाने के लिये लोक निर्माण विभाग के मंत्री को सिफारिशी पत्र भेजा है।
आखिर बैकफुट में क्यों आये विधायक?
चितरंगी विधायक के दोनों पत्र के सामने आने के बाद अब सवाल यह उठने लगा है कि माननीय अचानक बैकफुट में क्यों आ गये हैं? पीआईयू के अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदार शिवेन्द्र सिंह के पहले से स्वीकृत दो कार्य अभी तक लंबित हैं। जानकारों का कहना है कि विधायक द्वारा इन कार्यों के समय-सीमा में पूर्ण नहीं होने की कलेक्टर से शिकायत की थी। ऐसे में विधायक इस कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह की चर्चाएं सुर्खियों मे हंै। बहरहाल विधायक के दो पत्र पीआईयू के अधिकारियों के गले की फंस जरूर बन गये हैं।
फिर दिया जाये चहेते को अवसर
बालक छात्रावास का टेंडर निरस्त होने के बाद पीआईयू ने किसी अन्य निविदाकार को वर्कआर्डर जारी कर दिया है। इसके बाद भी विधायक अब नये ठेकेदार का टेंडर निरस्त कर दोबारा चहेते ठेकेदार का उपकृत किये जाने के लिये पत्राचार किया है। विधायक ने पत्र में लिखा है कि वर्तमान ठेकेदार का टेंडर निरस्त कर पुन: ब्लैकलिस्टेड ठेकेदार का ठेका दिया जाना शासन के हित में होगा।
चितरंगी के चार कार्य हाथियाए, फिर भी नहीं बढ़ी प्रोग्रेस
पीडब्ल्यूडी और पीआईयू की जानकारी के अनुसार विधायक ने जिस निविदा कार्य की सिफारिश की है, उसके द्वारा चार कार्य हाथियाए जाने के बाद प्रोग्रेस आगे नहीं बढ़ पाई है। इसके चलते पहले से ही विभागीय अधिकारियों में डेडलाइन को लेकर प्रेशर बढ़ता जा रहा है। पीडब्लूडी के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि एक सड़क, ट्राइवल का बगैया हॉस्टल, स्कूल भवन और चितरंगी के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के आवास की प्रोग्रेस आज तक आगे नहीं बढ़ पाई है। जबकि इन कार्यों के निर्माण को लेकर भी विधायक द्वारा कड़ी नाराजगी जताई गई थी। ऐसे में पीआईयू और पीडब्लूडी के अधिकारी माननीय के दोहरे मापदंड का शिकार होने लगे हैं।
इनका कहना है
हम जनप्रतिनिधि हैं, हमारे पास जैसी परिस्थिति आती है, उसके आधार पर जनता की समस्याओं के लिये पत्राचार किया जाता है। अब जैसी प्राथमिकता हो प्रशासन उसके आधार पर निर्णय लेने के लिये स्वतंत्र है। जनप्रतिनिधियों के पास हर तरह की समस्या आती है, इसके  कारण कलेक्टर से पहले शिकायत की गई थी।
- अमर सिंह, विधायक चितरंगी
 

Created On :   12 Aug 2020 10:28 AM GMT

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