नवजात ने पछाड़ा मौत को - ठंड में नाले पर फेंक दिया, 7 घंटे बाद पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल 

Newborn threw backward death - dumped on drain in cold, after 7 hours, police reached hospital
नवजात ने पछाड़ा मौत को - ठंड में नाले पर फेंक दिया, 7 घंटे बाद पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल 
नवजात ने पछाड़ा मौत को - ठंड में नाले पर फेंक दिया, 7 घंटे बाद पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल 

हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी मौत से लड़कर सुरक्षित लौट आई नन्ही सी जान, नपा अध्यक्ष व नर्सों ने नाम रखा अपराजिता

डिजिटल डेस्क छतरपुर । जाको रखे साइयां मार सके न कोई यह कहावत एक दिन की नवजात बालिका पर बिलकुल सटीक बैठ रही है। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड मे जब लोग अपना सारा काम छोड़ कर ठंड से बचने के लिए घर में रजाई में दुबके बैठे हैं। तब एक नवजात बालिका खेत में खुले आसमान के नीचे जिंदगी से जंग लड़ रही थी। नवजात की हिम्मत को देखकर मौत भी उसका कुछ नहीं कर पाई और वह भी पीछे हट गई। 

नवजात को खेत में लावारिस छोड़ गया परिवार
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पुछी दालौन गांव स्थित एक खेत में बुधवार को एक दिन की नवजात बच्ची खुले आसमान के नीचे मिली है। खेत में मिली नवजात के तन में एक कपड़ा भी नहीं था। रात तीन बजे के करीब जब खेत की रखवाली करने वाले तुलसीनाथ खेत में पानी देखने पहुंचे तो उन्हे एक नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। नवजात की आवाज सुनकर तुलसीनाथ नाले के पाास पहुंचे तो उसेे देखकर वे आश्चर्य में पड़ गए। तत्काल ही उन्होंने नवजात को अपनी गोदी में उठाया और खेत में बनी झोपड़ी में लेकर आए। उन्होंने रात में ही डायल 100 को फोन लगाया। लेकिन वह सुबह 11 बजे मौके पर पहुंची।
नर्सों ने संभाल लिया 
बच्ची जब अस्पताल पहुंची तो उसकी देख रेख में पूरा स्टॉफ लग गया। नर्सों ने उसको अपने गोद में उठाकर मां का दुलार दिया। वहीं डा. रिषि द्विेदी नवजात की हर मूमेंट पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। इतना ही नहीं नवजात के बारे में जानकारी मिलते ही नपा अध्यक्ष अर्चना सिंह भी गर्म कपडे लेकर अस्पताल पहुंच गईं। बेटी का नाम अपराजिता रखते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई उसे अपनाता है तो ठीक, वरना अपराजिता के रखरखाव और शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी वे उठाएंगी।
7 घंटे खेत में पड़ी रही नवजात  
खेत में मिली नवजात बालिका की सूचना तुलसीनाथ ने डायल 100 को दी। मौके पर पहुंचे डायल 100 के आरक्षक कमलेश नवजात को जिला अस्पताल लाए। उसे एनआरसी वार्ड में भर्ती कराया। नवजात बच्ची का इलाज करने वाले चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची 6 से 7 घंटे तक कड़कड़ाती ठंड में खुले आसमान के नीचे रही है। हालांकि चिकित्सकों ने बच्ची को पूरी तरह से स्वस्थ्य बताया है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि नवजात एक दिन का है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
खेत में मिली नवजात के मामले की सिविल लाइन थाना पुलिस जांच कर रही है। थाना प्रभारी विनायक शुक्ला का कहना है कि नवजात का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, ताकि यह पता चल सके की वजह किसकी संतान है। पुलिस का कहना है कि आसपास के लोगों से जानकारी एकत्र की जा रही है, ताकि नवजात को जन्म देेने वाली महिला का पता लगाया जा सके।
 

Created On :   19 Dec 2019 12:33 PM GMT

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