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अभी नहीं मिलेगा शुद्ध पानी, आरओ प्लांट निर्माण से एनजीटी कोर कमेटी का दो टूक इनकार!
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। आरओ प्लांट का पानी मिलने का ख्वाब सजा रहे सिंगरौली-सोनभद्र के लोगों की इस उम्मीद पर पानी फिर गया है। यहां सिंगरौली दौरे पर आयी एनजीटी कोर कमेटी के चेयरमैन डा. तपन चक्रवर्ती ने बात का खुलासा किया है कि कमेटी के निर्देशों के तहत सिंगरौली-सोनभद्र के क्षेत्रों में जो आरओ प्लांट लगना था वह अब नहीं लगेंगे। उन्होंने यह बात मंगलवार को एनटीपीसी विंध्याचल स्थित सूर्या भवन में आयोजित संवाद दौरान कही। उन्होंने कहा कि आरओ लगाने से उसमें जो प्रदूषित पानी निकलता है वह भी प्रदूषण का ही एक बड़ा हिस्सा है और ऐसे में हालात सुधरने के बजाए बिगडऩे के भी बनते हैं। जिससे इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया है और इसकी जगह अब वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर बकायदा पाइपलाइन से ही वाटर सप्लाई किया जाएगा। फिर क्या था डा. चक्रवर्ती की ये बातें सुनकर मौके पर मौजूद लोग चौंक गये और पूछने लगे कि आखिर यह फैसला कब आ गया? देखते ही देखते आलम यह बन गया कि लोग नाराज होकर हो-हल्ला करने लगे और कई तो 2014 में कमेटी के आये निर्देश की कांपियां दिखाकर आरओ लगाने की वजह बताने लगे। मौके पर मौजूद कुछ याचिकाकर्ता और सामाजिक संगठनों के लोगों ने इस निर्णय पर कड़ी नाराजगी जतायी और उन्होंने इस निर्णय को गलत बताकर खूब खरी-खोटी सुना दी। नाराज लोगों ने कहाकि इस निर्णय से तो कंपनियों को संरक्षण दिया जा रहा है जो यहां प्रदूषण की असली जड़़ है। इससे सिंगरौली-सोनभद्र की जनता का कल्याण तो नहीं होगा, लेकिन कंपनियों को उनकी जिम्मेदारियों से बरी कर दिया जा रहा है। तो कमेटी चेयरमैन डा. चक्रवर्ती ने सभी की बातों को सिरे से खारिज करते हुये साफ शब्दो में कहाकि हां अब आरओ नहीं लगेगा। 2014 के निर्देशों को खत्म कर दिया गया है अब 2015 के निर्देशों का ही क्रियान्वयन होगा और इसी के तहत जिला प्रशासन के माध्यम से नल-जल योजना के तहत घर-घर फिल्टर किया हुआ पानी पहुंचाया जाएगा।
कैसे करें भरोसा
संवाद में जब लोगों ने कोर कमेटी चेयरमैन से पूछा कि नये निर्णय के तहत घर-घर पानी कब तक में पहुंचाया जा सकेगा। तो चेयरमैन भी कुछ देर के लिये चुप हो गये और थोड़ी देर बाद उन्होंने कहाकि यह एक दिन का काम नहीं है और समय लग सकता है। जिसके बाद फिर से लोग भडक़ उठे और कहने लगे कि कैसे भरोसा किया जाए कि आरओ लगवाने के जिस निर्देश का सालों का समय बीतने के बाद भी क्रियान्वयन नहीं हो पाया है तो अब नये निर्देश के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के निर्देश का भी ऐसा हश्र नहीं होगा।
Created On :   10 Jan 2018 4:26 PM IST