108 साल की वृद्धा का अंतिम संस्कार करने नहीं मिली जगह , परिजन ने शव रखकर किया चक्काजाम

No place was found to perform the last rites of a 108 year old old woman, kept the dead body
108 साल की वृद्धा का अंतिम संस्कार करने नहीं मिली जगह , परिजन ने शव रखकर किया चक्काजाम
चार घंटे बाद मुक्तिधाम के लिए चिन्हित हुई भूमि 108 साल की वृद्धा का अंतिम संस्कार करने नहीं मिली जगह , परिजन ने शव रखकर किया चक्काजाम

डिजिटल डेस्क  रीवा । 108 साल की वृद्धा की मौत के बाद अंतिम संस्कार की बारी आई तो वर्षो से मुक्तिधाम के रूप में जिस जगह का उपयोग लोग कर रहे थे, वहां रहने वाले कुछ लोगों ने विरोध कर दिया। अंतिम संस्कार के लिए जगह न मिलने पर अंतत: परिजन ने शव को सड़क पर रख चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की जानकारी मिलने पर पुलिस और प्रशासन के लोग पहुंचे। चार घंटे बाद अंतिम संस्कार के लिए शासकीय भूमि चिन्हित हुई और फिर अंतिम संस्कार हुआ। जिले के सगरा थाना अंतर्गत हरिहरपुर में रहने वाली 108 साल की लतादेवी साकेत का सोमवार की रात निधन हो गया। मंगलवार की सुबह परिजन ने अंतिम संस्कार की तैयारी की। लेकिन जब अंतिम संस्कार के लिए उपयोग होने वाली भूमि पर तैयारी करने पहुंचे तो वहां कुछ लोगों ने विरोध कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना था कि यहां बस्ती है, इसलिए अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे। ऐसे में पीडि़त परिवार परेशान हो उठा। इसी बीच कुछ लोगों की सलाह पर परिजन ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। इसकी जानकारी मिलते ही सगरा पुलिस मौके पर पहुंची। सगरा थाना प्रभारी ऋषभ सिंह बघेल ने वरिष्ठ अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। 
पहले भी ऐसी समस्या आई
स्थानीय लोगों ने थाना प्रभारी को बताया कि पूर्व में भी यहां इस तरह की समस्या हुई है। जिस पर प्रशासन ने आश्वस्त दिया था कि अंतिम संस्कार के लिए अलग स्थान तय कर दिया जाएगा। लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। अब फिर वहीं स्थिति निर्मित हो गई। इसलिए स्थाई निराकरण किया जाए।
डीएसपी और तहसीलदार पहुंचे
मौके पर डीएसपी व्हीपी सिंह और तहसीलदार रत्नराशि पांडेय ने पहुंचकर स्थानीय लेागों से बात की। आनन-फानन में शासकीय भूमि चिन्हित करते हुए यह आश्वासन दिया गया कि इसे मुक्तिधाम के लिए आवंटित किया जाएगा। चक्काजाम कर रहे लोगों को बताया गया कि इसी भूमि पर वृद्धा का अंतिम संस्कार किया जाए। 
पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार
चार घंटे तक चले चक्काजाम के बाद वृद्धा का अंतिम संस्कार पुलिस की मौजूदगी में ही कराया गया। बताते हैं कि पांच दशक से जिस भूमि में अंतिम संस्कार किया जा रहा था, वहां अब बस्ती हो गई है। इसलिए लोगों को आपत्ति होती है। जिसकी वजह से विवाद की स्थिति बनती है। पुलिस और प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए यहां विवाद को रोकने का काम किया।

Created On :   17 Aug 2021 6:04 PM IST

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