खड़े ट्रेलर में टकराने से एनटीपीसी कर्मी की मौत

NTPC worker dies due to collision in a standing trailer
खड़े ट्रेलर में टकराने से एनटीपीसी कर्मी की मौत
खड़े ट्रेलर में टकराने से एनटीपीसी कर्मी की मौत

-सूचना पर अस्पताल पहुंचे देवसर विधायक व कांग्रेस नेता आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति देने की मांग पर अड़े
-पीएम हाउस में भी नेताओं का लगा रहा जमावड़ा, प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद हुआ पीएम
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
एनटीपीसी विंध्यनगर प्लांट में सोमवार की रात ड्यूटी पर जा रहे कर्मी बिहारी लाल की दर्दनाक मौत खड़े ट्रेलर में टकराने से हो गई। बताया जाता है कि घटना स्थल के आसपास काफी अंधेरा था, जिसके कारण मृतक को खड़ा ट्रेलर दिखाई नहीं दिया और वह उसमें जा टकराया। आस पास के कर्मी उसे जीवित होने के आशा में आनन-फानन में एनटीपीसी अस्पताल उपचार हेतु ले गये। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर घटना की सूचना मिलते ही देवसर विधायक सुभाष वर्मा व कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित द्विवेदी सहित अन्य नेताओं का जमावड़ा परियोजना के अस्पताल में लग गया। दोनों जनप्रतिनिधि मृतक आश्रितों में से एक को अनुकम्पा नियुक्ति देने की मांग एनटीपीसी प्रबंधन से करने लगे। उधर सूचना पर विंध्यनगर टीआई सहित एसडीएम ऋषि पवार व तहसीलदार जितेंद्र वर्मा घटना स्थल पर पहुंच गये और परिजनों व जनप्रतिनिधियों की मांग को जायज बताते हुए उसका समर्थन किया। काफी ना नुकुर के बाद प्रबंधन को अनुकम्पा नियुक्ति का लिखित आश्वासन देना पड़ा।  
पीएम हाउस भी पहुंचे जनप्रतिनिधि
विस्थापित व एनटीपीसी कर्मी बिहारी लाल की मौत की खबर सुनकर देवसर विधायक सुभाष वर्मा, कांग्रेस प्रदेश सचिव अमित द्विवेदी, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष राम शिरोमणि शाहवाल, पूर्व नगर निगम अध्यक्ष चंद्रप्रताप विश्वकर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता अंगद वर्मा, बसपा जिलाध्यक्ष राधिका वर्मा, पूर्व पार्षद विनीता कुशवाहा, भाजपा नेता रमेश कुशवाहा, वीवा महासचिव आरपी पटेल, एके सिंह जिला अस्पताल स्थित पीएम हाउस पहुंचकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही को रोक दी। 
लिखित आश्वासन के बाद हुआ पीएम
नेताओं ने प्रबंधन के जिम्मेदार लोगों को चिकित्सालय परिसर में बुलाने की मांग की। जहां अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन स्नेहाशीष भट्टाचार्य व एचआर मैनेजर जावेद समदानी पहुंचे और इनकी मांग पर उच्च अधिकारियों से चर्चा करने के उपरांत निर्णय लेने की बात कहकर पल्ला झाड़ते दिखे। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रबंधन के साथ बैठककर नौकरी का लिखित आश्वासन देवसर विधायक व श्री द्विवेदी को सौंपा तब जाकर मामला शांत हुआ।

Created On :   12 Feb 2020 3:51 PM IST

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