15 हजार दो नहीं आएगा बिजली का बिल, उपभोक्ताओं को लूट रहे बिजली कर्मचारी

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15 हजार दो नहीं आएगा बिजली का बिल, उपभोक्ताओं को लूट रहे बिजली कर्मचारी
15 हजार दो नहीं आएगा बिजली का बिल, उपभोक्ताओं को लूट रहे बिजली कर्मचारी

निज संवाददाता, सिंगरौली (वैढऩ)। बिजली बिलों के नाम पर ठगी करने वाले बिजली कंपनी के लोगों ने अब हदें पार कर दी है शायद इसी का नतीजा है कि ऐसे लोगों के खिलाफ उपभोक्ताओं का आक्रोश बढ़ते जा रहा है। ताजा मामला वैढऩ थाना क्षेत्र के टूसाखांउ ग्राम का है। यहां के एक स्थानीय निवासी अकमन साकेत ने वैढऩ थाने में बिजली कंपनी के लोगों के खिलाफ शिकायत की है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके यहां सालभर से बिजली बिल नहीं आ रहा था फिर अपने आप ही आने लगा। मीटर रीडर सुदामा साकेत ने कहाकि 15 हजार रूपये दे दो तो तुम्हारा बिल खत्म करा देंगे। तब अकमन ने इतने पैसे नहीं दे पाने की बात कही और 5 हजार रूपये उसने मीटर रीडर सुदामा को दिया। लेकिन इसके बाद भी बिल आता रहा और फिर रजमिलान वितरण केन्द्र के बाबू अर्जुन मिश्रा ने भी बिल रूकवाने के लिये पैसे की डिमांड की तो 10 हजार रूपये दिया। लेकिन इसके बाद भी बिल आने का क्रम शुरू रहा और अब अर्जुन मिश्रा बोल रहे हैं कि दो हजार दे दों तो तुम्हारा बिल क्लियर करा देंगे। पीडि़त ने दोनों बिजली कर्मियों पर ठगी का आरोप लगाते हुये दोनों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का निराकरण करने आयोजित शिविर में अंतिम दिन भी बिजली बिलों की समस्याएं सबसे ज्यादा आयी। मुख्यालय वैढऩ से लेकर कचनी और मोरवा में अंतिम दिन सोमवार को शिविर आयोजित हुये। जहां आयी कुल 168 शिकायतों में सबसे ज्यादा 93 शिकायतें सिर्फ बिजली बिलों को लेकर रही। जिससे इतना तो साफ है कि अधिक आ रहे बिजली बिलों को लेकर उपभोक्ता वाकई में परेशान है और तीनों जगह के शिविरों दौरान पहुंचे शिकायतकर्ताओं के चेरहे पर भी इस समस्या से छुटकारा पाने की ललक साफ झलकती रही। लेकिन पहले की व्यवस्था का हर्जाना भुगत रहे ज्यादा उपभोक्ताओं की शिकायतों का निराकरण नहीं हो सका। क्योंकि अधिक आया उनका बिजली उनके मीटर की पुरानी रीडिंग का नतीजा है जिसे पहले रीडर द्वारा नहीं दर्ज कराया गया और अब वह फोटो मीटर रीडिंग से सामने आ रही है। इसे लेकर कंपनी के कर्मचारी भी अपनी ओर से कुछ भी नहीं कर पाने की बात कहकर हाथ खड़े कर लिये। जिससे बड़ी उम्मीद के साथ शिविर में पहुंचे उपभोक्ताओं की समस्या तो जस की तस बनी रही। इस दौरान कुछ उपभोक्ताओं ने कंपनी की अव्यवस्था को लेकर रोष जताया और कहाकि आखिर कंपनी की कमियों का हर्जाना हम क्यों भुगते। हम तो पहले से ही हर माह अपना बिल समय पर भुगतान करते थे। शायद इसी लिए बिजली कंपनी ने ईमानदारी का रिजल्ट  बिल बढ़ाकर दिया है।
मुख्यालय में सबसे ज्यादा समस्याएं
तीनों जगह के शिविरों में बिजली बिलों को लेकर सबसे ज्यादा शिकायतें आयी। जिसमें
मोरवा में 32, कचनी में 4 और मुख्यालय वैढऩ में तो 57 शिकायतें बिजली बिलों को लेकर रही। इससे बिजली बिलों को लेकर परेशान उपभोक्ताओं की परेशानी का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मीटर की शिकायतें भी रही
तीनों शिविर केन्द्रों में बिजली मीटर संबंधी भी कुछ शिकायतें पहुंची। जिसमें मीटर खराब होने और मीटर में रीडिंग सही नहीं बताने की समस्याएं ज्यादा रही। ऐसे मामलों का निराकरण कंपनी के अधिकारियों द्वारा टीम को उपभोक्ताओं के घर भेजकर कराया गया।

 

Created On :   28 Nov 2017 8:28 AM GMT

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