आउटसोर्स कर्मियों की हड़ताल से बिगड़ी बिजली व्यवस्था

Power system deteriorated due to strike of outsourced workers
 आउटसोर्स कर्मियों की हड़ताल से बिगड़ी बिजली व्यवस्था
फाल्ट सुधरवाने नहीं मिल रहा स्टाफ, ग्रामीण क्षेत्र में हालात चिंताजनक  आउटसोर्स कर्मियों की हड़ताल से बिगड़ी बिजली व्यवस्था

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (वैढऩ)। जिले में आउटसोर्स बिजली कर्मियों की हड़ताल के पहले ही दिन बिजली व्यवस्था बेपटरी होने लगी। खासकर ग्रामीण अंचलों में समस्या सर्वाधिक हावी रही। दिनभर हड़ताली आउटसोर्स कर्मियों के बिना बिजली महकमे के रेगुलर स्टाफ ने व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही शाम होने लगी तो मौसम का मिजाज बदलने लगा। बादलों की तेज गरज-चमक, तेज हवाएं और फिर बारिश ने जोर पकड़ा। जिससे हमेशा की तरह एक-एक करके लोकल बिजली लाइनों और मुख्य फीडरों में फाल्ट आने लगे। शहर क्षेत्र में फाल्ट सुधारने के लिये बिजली महकमे के पास पर्याप्त स्टाफ ही नहीं था। ग्रामीण क्षेत्रों में तो लोकल लाइनों के साथ-साथ मुख्य फीडरों में फाल्ट की समस्या बनी रही। देर शाम तक परसौना, चितरंगी, खिरवा और बगैया फीडर में तो पिछले 3-4 घंटे से फाल्ट के कारण सप्लाई बंद थी। बिजली महकमे के जिम्मेदारों को आशंका है कि अगर अगले 24 घंटे ऐसे ही हालात बने रहे तो स्थिति और भी चिंताजनक हो सकती है।
रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन
कार्य का बहिष्कार कर हड़ताल पर बैठे आउटसोर्स बिजली कर्मियों के साथ मंगलवार को मीटर रीडरों और वन विभाग के भी आउटसोर्स कर्मियों का भी दल हड़ताल में शामिल हो गया। ये सभी मिलकर पचखोरा स्थिति बिजली दफ्तर से कलेक्ट्रेट तक सामूहिक रैली निकाली और फिर वहां अपनी-अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। रैली व ज्ञापन मप्र विद्युत कर्मचारी संघ के फेडरेशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष नरेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में सौंपा गया। इस दौरान आउटसोर्स बिजली कर्मियों के संगठन के जिलाध्यक्ष मानेन्द्रधर दुबे, विकास सिंह, जीतेन्द्र सिंह, सुनील शाह, कृपाशंकर शाह, विद्या भारती, प्रदीप यादव और मीटर रीडरों में बृजेन्द्र शाह, रामबाई जायसवाल, जगत कुमार यादव, कृष्ण कुमार, मीना शाह, रमेश कुमार शाह, जगन्नाथ व आदित्य कुमार समेत अन्य लोग शामिल थे। 
ये बिजली कर्मी शामिल हैं हड़ताल में 
जानकारी के मुताबिक, जिले में हड़ताल में जाने वाले आउटसोर्स कर्मियों में जिले के शहर और ग्रामीण अंचलों में सब स्टेशनों में कार्य करने वाली ऑपरेटर समेत अन्य कर्मी शामिल हैं। कम्प्लेन अटेंड करने वाली एफओसी टीमों में रहने वाले कर्मी भी आउटसोर्स के ही रहते हैं और ये लोग भी हड़ताल पर हैं। इसी प्रकार से बिजली महकमे के रेवेन्यू कलेक्शन, बिजली कनेक्शन काटने और बिजली दफ्तरों में कार्य करने वाले कम्प्यूटर ऑपरेटर व अन्य सहायक स्टाफ भी आउटसोर्स कर्मी ही हैं। जिले में इन सभी प्रकार के आउटसोर्स बिजली कर्मियों की कुल संख्या करीब ढ़ाई सौ के लगभग है। इन सभी के एक साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से काम-काज प्रभावित हो रहा है।
 

Created On :   29 Sept 2021 2:46 PM IST

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