राज्य स्तरीय अभंग-भजन प्रतियोगिता में कैदियों की भागीदारी

Prisoners participation in the state level Abhang-Bhajan competition
राज्य स्तरीय अभंग-भजन प्रतियोगिता में कैदियों की भागीदारी
नागपुर राज्य स्तरीय अभंग-भजन प्रतियोगिता में कैदियों की भागीदारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शरद क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक प्रतिष्ठान द्वारा स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव और प्रतिष्ठान की रजत जयंती के अवसर पर जगद्गुरु श्री संत तुकाराम महाराज राज्य स्तरीय अभंग एवं भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नागपुर कारागार के बंदीजनों ने प्रतियोगिता में शामिल होकर ‘सुंदर वन वृक्षांची दाटी’, ‘शहाणपणे वेद मुखा’, ‘पंढरीचा विठ्ठल कुणी पाहिला’ और स्वलिखित ‘काळाने घातला घाव’ रचनाएं प्रस्तुत कीं।

प्रतिष्ठान के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत खाबिया ने कहा कि बाबासाहब आंबेडकर भी संत विचारों के अनुगामी थे। संत गाडगे महाराज का कीर्तन सुनने जाते थे। वह कर्मवीर भाऊराव पाटील के सान्निध्य में रहे थे। न्यायाधीश पवार, कारागार अधीक्षक अनूप कुमार कुमरे, कारागार अधिकारी देवराम आडे, कारागार अधिकारी वामन मिमजे, प्रशासन अधिकारी दिलीप मोरे, लक्ष्मण साल्वे, संजीव आटवादे, नागपुर प्रतियोगिता प्रमुख वीरेंद्र लाटनकर, रोशन खोबरागड़े, प्रतिष्ठान के चंद्रपुर जिला प्रमुख जगदीश जूनगरी, प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष नंदकुमार बंड, हभप अच्युत महाराज कुलकर्णी, ज्ञानेश्वर शिंदे, ट्रस्टी विवेक थिटे, संजय मिसाल, शंकर धुमाल आदि उपस्थित थे।
 

Created On :   30 Jun 2022 8:49 AM GMT

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