रीवा: दुर्घटना ने छीने पैर और आजीविका, कृत्रिम पैरों ने दी जीवन की आस

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रीवा: दुर्घटना ने छीने पैर और आजीविका, कृत्रिम पैरों ने दी जीवन की आस

डिजिटल डेस्क, रीवा। रीवा में रहने वाले कृष्ण कुमार जायसवाल मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव का कार्य करके खुशी से अपना जीवन चला रहे थे। सतना से ट्रेन से कटनी जाते हुये 15 मार्च 2015 को कृष्ण कुमार दुर्घटना का शिकार हो गये। ट्रेन में तीन अपराधियों ने उनके साथ लूटपाट की और सिर में चाकू मार कर चलती ट्रेन से फेंक दिया। कई घंटे बेहोश पड़े रहने के बाद रेलवे सुरक्षा कर्मियों की उन पर नजर पड़ी। उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने तत्काल सतना के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। तमाम उपचार के बाद दुर्घटना में कृष्णकुमार को दोनों पैर गंवाने पड़े। इससे उनकी नौकरी भी चली गयी।

रीवा में जिला प्रशासन, एलिम्को तथा जिला रेडक्रास समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित शिविर में डॉक्टरों ने कृष्ण कुमार की जांच की। एलिम्को द्वारा बनाये गये मजबूत और आरामदेह कृत्रिम पैर कृष्ण कुमार को 12 जनवरी को लगाये गये। यह पैर रीवा में मार्तण्ड स्कूल में कृत्रिम उपकरण वितरण समारोह में लगाये गये। उन्होंने समारोह की अध्यक्षता कर रहे सांसद जनार्दन मिश्र और विधायकगणों के समक्ष कृत्रिम पैरों से मंच की सीढ़ियां सफलता से चढ़ी। कृष्ण कुमार को मोटरराइज्ड तिपहिया सायकिल भी दी गयी। कृष्णकुमार एक दुकान में काम करते है। कृत्रिम पैर लगने और सायकिल मिलने से कृष्ण कुमार में पुन: जीवन जीने की आस जाग उठी है। उन्हें अब अच्छी आजीविका की भी उम्मीद है।

Created On :   16 Jan 2021 8:28 AM GMT

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