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गोली चलने, नक्सली धमकी से पुलिस महकमे में हडक़ंप - पड़ताल में जुटी रही पुलिस
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। वैढऩ थाना क्षेत्रांर्तगत पुलिस चौकी सासन के गांव मझौली में गोली चलाए जाने, भाला मार कर पत्र के जरिए एक परिवार को जान मारने की धमकी देने की घटना से पुलिस महकमे में हडक़म्प मच गया। पत्र में लाल सलाम से संबोधित कर नक्सलियों की कारगुजारी को लेकर दिन भर पुलिस हलकान रही। अंतत: पुलिस विभाग के अफसर, विशेषज्ञों और भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके का निरीक्षण किया, जिसके बाद पुलिस ने इसे महज अफवाह बताया। इतना जरूर सामने आया कि पुलिस के पास फरियाद लेकर पहुंचे रामभजन साहू और पड़ोसी सुनील साहू एवं अरविन्द साहू के बीच जमीनी विवाद चल रहा है। जिनके बीच मंगलवार को विवाद हुआ था और रात में इस प्रकार की घटना सामने आई, जिसे मनगढंत और अफवाह बताया जा रहा है।
क्या है मामला
मझौली गांव में रामभजन साहू के घर गोली चलने की आवाज के बाद एक धमकी भरा पत्र दरवाजे पर चिपका हुआ पाया गया। जिसमें लाल स्याही से राम भजन को सुधर जाने और उसके पूरे परिवार को मार दिये जाने की धमकी दी गई। लाल सलाम के साथ दुश्मनी न करने चेतावनी दी गई है, साथ में एक भाला और एक कारतूस दरवाजे में छोड़े जाने की बात कही गई । मामले की जानकारी देने के बाद फरियादी ने अपनी और अपने परिवार के जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई।
आनन-फानन पहुंची पुलिस
फरियादी की शिकायत सुनकर मामला नक्सली गतिविधि से जुड़ा होने को लेकर पुलिस ने बिना समय गवाएं मझौली गांव की ओर रूख किया। संवेदनशीलता के कारण एफएसएल टीम के वैज्ञानिक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेण्डे, नगर पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर, वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर श्री मरावी, थाना प्रभारी वैढऩ अरूण पांडेय, चौकी प्रभारी सासन ने मौके का मुआयना किया और फरियादी से गहन पूछतांछ की।
नक्सली गतिविधि से किया इनकार
पुलिस टीम ने गहराई से छानबीन करने के उपरांत बताया कि जिस प्रकार फरियादी ने दरवाजे पर गोली मारे जाने और अंदर जाने की बात कही गई वहां पर कोई निशान नहीं पाया गया। न ही वहां पर बारूद के कण पाये गये हंै। जिसे जिन्दा कारतूस कहा जा रहा है वह महज कारतूस के आकार की कोई वस्तु है उसे किसी शस्त्र के साथ उपयोग में नहीं लाया जा सकता है। वह देशी तौर पर बनाया गया कोई पटाखा हो सकता है जिसकी जांच की जा रही है। बारीकी से जांच उपरांत किसी प्रकार की नक्सली घटना से इंकार किया।
विवाद को तूल देने की आश्ंाका
थाना प्रभारी अरूण पांडेय का कहना है कि जमीन विवाद को लेकर फरियादी राम भजन का अपने पड़ोसी सुनीत साहू एवं अरविन्द साहू से झगड़ा विवाद हुआ था। मौके पर हल्का पटवारी भी आये थे उस दौरान भी दोनों पक्ष झगड़े थे। मौके पर मिले पत्र को रामभजन के द्वारा सुनील को मिलना बताया जा रहा है। जबकि सुनील ने इस तथ्य से इंकार किया। पुलिस ने परिस्थितिजन्य तथ्यों के आधार पर इसे प्रथम दृष्टया संदिग्ध और झूठा बताया है। फिर भी पुलिस इस प्रकार की घटनाओं की उपज को लेकर जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
Created On :   21 Nov 2019 2:38 PM IST