ससुराल में दामाद को आ गई छींक, गांववालों ने कर दी पिटाई , युवक ने थाने में घुसकर बचाई जान

Son-in-law sneezed in in-laws, villagers beat him, young man saved life by entering police station
ससुराल में दामाद को आ गई छींक, गांववालों ने कर दी पिटाई , युवक ने थाने में घुसकर बचाई जान
ससुराल में दामाद को आ गई छींक, गांववालों ने कर दी पिटाई , युवक ने थाने में घुसकर बचाई जान

डिजिटल डेस्क  छतरपुर । जिले के अलग-अलग स्थानों से गुरूवार को दो लोगों में कोरोना वायरस जैसे लक्षण नजर आने पर  स्क्रीनिंग के लिए जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। पहला संदिग्ध मरीज दयाराम पिता सुदीना केवट उम्र 28 साल निवासी श्यामरी राजनगर है, तो वहीं दूसरा संदिग्ध मरीज अभिनव पिता संजीव जैन उम्र 22 साल निवासी परवारी मुुहल्ला छतरपुर है। जिन्हें कोरोना जैसे लक्षण नजर आने पर जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों द्वारा इन दोनों युवकों की स्क्रीनिंग करके ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए एम्स भोपाल भेजा गया है। 
पहला घटना हिनौता की है, जहां मटर की खेती कटवाने के लिए दयाराम केवट अपनी ससुराल हिनौता गया था। मटर की खस लग जाने से दयाराम लगातार छींकने लगा और उसकी खांसी बढ़ गई। तब आस-पड़ोस के लोगों ने दयाराम को शंका की नजर से देखा। तभी किसी ने बताया कि दयाराम कुछ दिन पूर्व मथुरा काम के लिए गया था और वहां सप्ताह भर रहकर आया है तब लोगों ने दयाराम को कोरोना का मरीज मानते हुए गांव में दहशत फैलाने की बात समझ पीट दिया। दयाराम में खुद में कोरोना न होने की कहता रहा। मगर ज्यादा भीड़ हो जाने दयाराम भाग खड़ा हुआ और सीधा थाने पहुंच गया। तब पुलिस ने एंबुलेंस से युवक को जिला अस्पताल भेजा, जहां युवक को भर्ती कराया गया है। थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने ग्रामीणों को इस तरह का व्यवहार न करने की हिदायत दी।
दुबई से लौटा है युवक : वहीं दूसरा संदिग्ध मरीज परवारी मुहल्ला निवासी अभिनव पिता संजीव जैन को भर्ती कराया गया है। जो 9 मार्च को दुबई से लौटा है, युवक दुबई में रहकर जॉब करता है। कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र सतारा में परिवार शादी समारोह में शामिल होकर आया तबसे अभिनव को सर्दी जुकाम है। परिजनों की शंका पर स्क्रीनिंग के लिए युवक को आईसोलेशन में भर्ती कराया गया है। 
मरीजों की सुरक्षा में तैनात गार्डों को नहीं दी जा रहीं सुविधाएं 
आईसोलेशन वार्ड की 24 घंटे निगरानी कर रहे एसडीईआरएफ के जवानों के लिए जिला अस्पताल कोई भी सुविधा नहीं दी जा रही है। वार्ड के बाहर गार्डों को रातभर कुर्सी पर बिठाकर रात गुजारनी पड़ रही है, गार्डों को सुरक्षा के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा मास्क और सैनेटाइजर भी उपलब्ध नहीं कराए। साथ ही वार्ड के बाहर हाथधोने की व्यवस्था तक नहीं की गई है। गार्डों का कहना है कि उन्होनें अपने पैसों से कुछ मास्क खरीद लिए है लेकिन संदिग्धों के इतने पास रहने से वायरस फैलने की हमेशा आशंका रहती है। 
दिव्यांश की रिपोर्ट निगेटिव 
तीन दिन जर्मनी से लौटे युवक दिव्यांश शर्मा को कोरोना स्क्रीनिंग के लिए आईसोलेशन में भर्ती कराया गया था। जिसकी गुरुवार को रिपोर्ट निगेटिव आई है,युवक को कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं पाए गए है। वहीं युवक का भी स्वास्थ्य पूरी तरह से ठीक है। वहीं नौगांव के अभिषेक राजपूत की पहले ही रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। अब तक जिले में चार संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग हुई है, इनमें दो लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 
इनका कहना है 
दो लोगों का आईसोलेशन में भर्ती किया गया है, जहां स्क्रीनिंग करके सैंपल लिया गया है। दिव्यांश की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 
-डॉ. आरएस त्रिपाठी, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल
 

Created On :   20 March 2020 8:56 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story