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रेत ठेकेदार को कलेक्टर की फटकार - हद में रहकर करो कारोबार वरना बुरा होगा अंजाम , खनिज अधिकारी को भी अल्टीमेटम
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। कांदोपानी रेत खदानों में खनन का विवाद गहराने का मामला संज्ञान में आने के बाद कलेक्टर ने कड़ी चेतावनी जारी की है। कलेक्टर ने आरकेटीसी के संचालक को हद में रहकर वैध खनन करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहाकि रेत खनन को लेकर यदि विवाद और गैंगवार की स्थिति बनी तो इसके परिणाम गंभीर होंगे। कलेक्टर ने दो टूक शब्दों में कहाकि आरकेटीसी को केवल 17 खदानों में खनन की अनुमति जारी की गई है। उन्होंने बताया कि इनमें ठेकेदार स्वीकृत माइनिंग प्लान के तहत ही खनन कर सकेगा। कलेक्टर ने निर्धारित क्षेत्र से अलग स्थान पर खनन पाये जाने पर भी ठेकेदार पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। शहर की सीमा से लगे कांदोपानी में ऐसे हालात बनने पर कलेक्टर ने प्रभारी खनिज अधिकारी एके राय की भी जमकर क्लास ली है। भास्कर से चर्चा के दौरान कलेक्टर ने अवैध कारोबारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने खनिज अधिकारी को रेत खदानों की सतत निगरानी कराये जाने के भी आदेश दिये हैं।
बंदूकधारियों से ग्रामीणों में दहशत
खनिज निरीक्षक कपिलमुनि शुक्ला द्वारा कलेक्टे्रट से क्षेत्र की मॉनीटरिंग करने पर माफिया सिर उठाने लगे हैं। बताया जाता है कि निरीक्षक के सूचना तंत्र के कमजोर होने के कारण उन्हें कांदोपानी में पिछले 3 दिन से विवाद जारी रहने के बाद भी सूचना नहीं मिल पाई है। कांदोपानी निवासी सत्यभान हरिजन और राजेश कुशवाहा का कहना है कि आरकेटीसी के ठेकेदार के पाटर्नर चंद्रप्रकाश सिंह के इशारे पर बंदूकधारी क्षेत्र में दहशत फैला रहे हैं। आरोप है कि शुरूआती दौर में ही ठेकेदार की गुंडागर्दी के चलते ग्रामीण भयभीत हैं। हालांकि खनिज विभाग के अधिकारी कैश की सुरक्षा को लेकर बंदूकधारी के तैनात होने का दावा कर रहे हैं। बहरहाल लॉकडाउन में रेत ठेकेदार के गुर्गों के द्वारा बंदूक लेकर कांदोपानी क्षेत्र में परेड करने को लेकर कई तरह के कयास लगाये जा रहे है। जानकारों का कहना है कि अन्य ठेकेदारों पर दवाब बनाने के लिये आरकेटीसी के द्वारा यह हथकंडा अपनाया जा रहा है।
नदी का बहाव रोकने का आरोप
जानकारों का कहना है कि एकल समूह को खनन की मंजूरी मिलने के बाद हर्रहवा, कांदोपानी समेत चार प्वाइंटों पर नदी का बहाव रोक कर खनन किया जा रहा है। खनिज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रेत खदान से वाहन निकलने के लिये ठेकेदार द्वारा रास्ता बनाया गया है। उन्होंने बताया कि नदी के बीच में बनाई गई सड़क के नीचे पाइप बिछाई गई है। इससे नदी का बहाव प्रभावित नहीं हो रहा है। बताया जाता है कि रेत के अवैध खनन में शामिल माफिया गिरोह के संगठित होने के कारण लॉकडाउन में ही विवाद के बढऩे की आशंका जताई जा रही है।
अवैध खनन के लिये बदनाम चेहरे फिर हुये सक्रिय
जिले की 58 में से सिर्फ 17 पंचायतों की खदानों में खनन की मंजूरी मिलने के बाद अवैध खनन में मलाई काट चुके बदनाम चेहरे एक बार फिर सक्रिय हो गये हैं। बताया जाता है कि इस गिरोह में कुछ सफेदपोश नेताओं के गुर्गों समेत हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी शामिल है। जानकारों का कहना है कि एकल समूह को ठेका मिलने के बाद माफिया बेचैन हो गये हैं। इसके चलते कादोपानी, हिर्रवाह, हर्रहवा, कुर्सआराजा, रजमिलान, जरहां समेत आधा दर्जन खदानों में विवाद बढऩे की संभावना जताई जा रही है।
नदी घाट में उतरीं मशीनें
नेशनल ग्रीन टिब्युनल द्वारा मशीनों से रेत के खनन पर पाबंदी लगाये जाने के बाद भी पोकलेन से अंधाधुंध खनन जारी है। हैरत की बात तो यह है कि गांवों में श्रमिकों की पर्याप्त उपलब्धता होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मशीनों से काम लिया जा रहा है। जबकि हाल में ही कलेक्टर ने रेत की दर का निर्धारण करते हुये श्रमिकों से कार्य लिये जाने के ठेकेदार को निर्देश दिये थे। ग्रामीणों का कहना है कि इसके बाद भी ठेकेदार ग्रामीणों को काम पर नहीं रखा जा रहा है।
इनका कहना है
रेत के खनन को लेकर विवाद करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। आरकेटीसी के ठेकेदार को आखिरी चेतावनी दी गई है। रेत खदानों में असामाजिक तत्वों की मौजूदगी पाये जाने पर सीधे एफआईआर दर्ज कराये जाने के साथ ही शस्त्र को जब्त कर लाइसेंस निरस्त किये जायेंगे। खनिज अधिकारी को भी सतत निगरानी कराये जाने की हिदायत दी गई है।
-केवीएस चौधरी, कलेक्टर
आरकेटीसी के ठेकेदार द्वारा खदानों में कैश की सुरक्षा के लिहाज से बंदूकधारी रखे गये हैं। कलेक्टर के निर्देश पर मैं स्वयं खदानों की जांच करूंगा। इस मामले में जिसके द्वारा भी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
-एके राय, प्रभारी खनिज अधिकारी
Created On :   23 May 2020 6:32 PM IST