12 घंटे उत्पात करने के बाद छग रवाना हुआ हाथियों का झुंड

The herd of elephants left after 12 hours of production
 12 घंटे उत्पात करने के बाद छग रवाना हुआ हाथियों का झुंड
 12 घंटे उत्पात करने के बाद छग रवाना हुआ हाथियों का झुंड

-कई कच्चे घरों और झोपडिय़ों को पहुंचाया नुकसान, फसलों को भी रौंदा
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)।
उत्पाती हाथियों के दल ने गोभा गांव में लगभग 12 घंटे तक जमकर उत्पाद मचाया। कई घरों में तोड़-फोड़ की तो कुछ मकान और झोपडिय़ों को नेस्तनाबूत भी कर डाला। गरीब किसानों की मेहनत से उगाई फसल को भी तबाह कर दिया। शनिवार की दोपहर बाद से रविवार की सुबह तक हाथी दल धमा-चौकड़ी मचाते रहे। उसके बाद हाथी दल खुद ब खुद छत्तीसगढ़ प्रांत की ओर निकल गया। ग्रामीणों की दहशत का आलम यह है कि हाथी दल रवाना होने के बाद भी काफी देर तक अपने घरों की सुध लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। हिम्मत करके कुछ लोग गांवों में लौटे तो देखा कि उनके कच्चे घरों की दीवारें दरकी हुई हैं, छप्पर और खप्पर को उखाड़ दिया गया है। जिसके बाद ग्रामीण अपने घरों को व्यवस्थित करने में जुट गये। 
दाने-दाने में मोहताज हुआ नि:शक्त
गोभा गांव में हाथी दल ने एक नि:शक्त ग्रामीण के घर में रखे अनाज को खा डाला। यही नहीं उसके घर में भी काफी तबाही मचाने का मंजर साफ नजर आ रहा था। खाद्य सामग्री न होने से नि:शक्त व उसके बच्चे दाने दाने को मोहताज हो गये हैं। गांव के लोगों ने मदद की तब जाकर चूल्हा जला। इसी तरह कई बैगा परिवार के घरों में भी हाथी दल द्वारा जबरदस्त तोडफ़ोड़ की गई है। 
जनप्रतिनिधि ने लिया तबाही का जायजा
गोभा गांव में हाथी दल द्वारा मचाई गई तबाही का आंकलन करने के प्रति जहां प्रशासन उदासीनता रहा वहीं जिला पंचायत सदस्य किरण शाह, भगवान शाह सुबह गोभा गांव पहुंचे। उन्होंने हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घर, फसल की तबाही का जायजा लिया और  ग्रामीणों को ढांढ़स बंधाया। वहीं कुछ को सहायता भी पहुंचाई। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई प्रशासन से मिलकर करवाई जायेगी।
 

Created On :   7 Sept 2020 6:23 PM IST

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