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कोई भी राजस्व प्रकरण मार्च के अंत तक निराकरण से शेष नहीं रहे
डिजिटल डेस्क, मुरैना। ग्वालियर-चंबल संभाग के कमिश्नर श्री आशीष सक्सेना ने शुक्रवार को गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर-चंबल संभाग कें जिलों में आरसीएमएस के अतंर्गत दर्ज राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कहा कि कोई भी राजस्व प्रकरण मार्च के अंत तक निराकरण से शेष नही रहना चाहिए। वे आज गूगल मीट के माध्यम से ग्वालियर-चंबल संभाग के राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के दौरान राजस्व अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहें थे। संभागायुक्त की समीक्षा के दौरान चंबल संभाग के अपर आयुक्त श्री अशोक कुमार चौहान, संयुक्त आयुक्त विकास श्री राजेन्द्र सिंह,पंचायती राज्य उप संचालक श्री अशोक निम सहित जिले के समस्त राजस्वअधिकारी उपस्थित थे। ग्वालियर-चंबल संभाग के कमिश्नर श्री अशीष सक्सेना ने कहा है कि संभाग के एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार अपने-अपने न्यायालय के राजस्व प्रकरणों का निराकरण शत्-प्रतिशत सुनिश्चित करें। प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा राज्य स्तर से की जायेगी। उन्होने कहा कि काम नही करने वालों पर कार्रवाही अवश्य की जावेगी। इसलिए आर.सी.एम.एस. में दर्ज सभी प्रकरण शत प्रतिशत निराकरण होने चाहिए। उन्होने कहा कि वेव जीआईएस के अतंर्गत लोकसेवा केन्द्रो के माध्यम से नागरिको को नकल समय-सीमा में उपलब्ध कराई जावे। उन्होने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण के अंतर्गत सफाई व्यवस्था को कायम रखने की पहल की जावे। साथ ही एनआईसी के माध्यम से कर्मचारियों के ई-मेल भिजवाने का कार्य पूरा कराया जावे। जिससे ई-आफीस की व्यवस्था प्रभावी बन सके। उन्होने कहा कि वन अधिकार अधिनियम के अतंर्गत एकल और समूहिक दावों के प्रकरणों का निराकरण शत प्रतिशत किया जावे। साथ ही गूगल मैप 2005 में खेती करने वाले वनवासियों को पट्टे देने की सुविधा मिलनी चाहिए। आयुक्त श्री आशीष सक्सैना ने कहा कि किसानों की रबी फसलो को खरीदने के लिए उपार्जन कार्य के अतंर्गत प्लेटफार्म का निर्धारण अभी से किया जावे। एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार इस कार्य की मॉनीटरिंग करें। उन्होने मिलावट से मुक्ति अभियान की समीक्षा के दौरान कहा कि एसडीएम, तहसीलदार ध्यान से इस अभियान को गति प्रदान करे। उन्होने कहा कि पेयजल की दिशा में ग्रामीण अंचलों में सभी प्रकार की सुविधाएं मिलनी चाहिए। जिसमें घर-घर नलजल योजना के माध्यम से पानी पहुंचे। इस दिशा में कार्यपालन यंत्री पीएचई मॉनीटरिंग करे। उन्होने कहा कि मैदानी स्तर पर नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जावे। इस दिशा में आगामी सोमवार से कार्यवाही शुरू होनी चाहिए। जिसमें विभागीय, मैदानी अमले के साथ स्वसहायता समूहों को भी जोडकर सहयोग लिया जावे। उन्होने कहा कि चिकित्सालयों की दशा सुधारने के लिए साफ-सफाई व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे। उन्होने कहा कि चिकित्सालयों में क्रियाशील उपकरण और दवाईयों की व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। इस कार्य में महिला बाल विकास, सहकारी समितियों का सहयोग लिया जा सकता है।
Created On :   30 Jan 2021 2:38 PM IST