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ड्यूटी डॉक्टर न होने से अस्पताल मे नहीं मिला इलाज, 2 मरीजों की मौत
डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढऩ)। शुक्रवार की शाम एक बार फिर से जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं की कमी से दो घायलों ने तड़प-तड़पकर अपने प्राण त्याग दिए। मौके पर मौजूद जिला अस्पताल के अमले ने कुछ किया ही नहीं। क्योंकि अस्पताल पहुंचे घायलों को देखकर डॉक्टर साहब तो पहले ही निकल लिये चुके थे और नर्स कागजी प्रक्रिया पूरा करने के बाद मरीजों के पास जब तक पहुंची तो एक घायल की सांसे थम चुकी थी। मौके भी भीड़ भी काफी ज्यादा इक_ा हो गई थी। ऐसे में जो बचे थे उन्हे तत्काल इलाज मिले इस जुगत में सभी एक-दूसरे को नसीहत पर नसीहत देने में लगे थे और नर्स भी बार-बार भीड़ में खड़े लोगों से फरियाद करने में लगी थी कि भैया इन घायलों के साथ कौन है? भैया कोई तो इन्हे नेहरू अस्पताल ले जाओ, इन सभी की हालत काफी गंभीर होती जा रही है। लेकिन अस्पताल में कोई वार्ड ब्वाय नहीं होने या ऐसे हालात में घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाने के लिये अस्पताल का कोई भी कर्मचारी नहीं होने से घायल अस्पताल के इमरजेंसी रूम के पास फर्श पर पड़े रहे। लेकिन घायलों को उठाने के लिये कोई भी आगे नहीं आया और कुछ ही देर में दूसरा घायल व्यक्ति भी तड़प-तड़प कर मौत की भेंट चढ़ गया। अस्पताल में यह पूरा घटनाक्रम शाम करीब साढ़े 4 बजे से 5 बजे के बीच हुआ। हद तो यह है कि इस अस्पताल में ऐसे वाकये अब आये दिन की कहानी बन चुके हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि अस्पताल की ये स्थितियां लोगों की मौत की एक बड़ी वजह बनते जा रही है। जिसे लेकर न तो स्वास्थ्य विभाग ने आज तक कोई इंतजाम किये और ना ही जिला प्रशासन ने।
खुटार में हुआ था हादसा
अस्पताल में पहुंचे चारों घायल खुटार के पास स्थित मोती-तारा तालाब के पास शाम करीब 4 बजे हुआ था। जिसे लेकर बताया जाता है कि एक बाइक पर राजकुमार शाह पिता रामानुज शाह 23 वर्ष निवासी रजमिलान के साथ नीरज पिता प्रयागलाल निवासी जरहा खुटार से रजमिलान की ओर जा रहे थे। ऐसे में इनके पीछे से काफी तेज रफ्तार में एक दूसरी बाइक अचानक आ गई। जो राजकुमार की बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। बताया जाता है कि दोनों बाइकों में
भिड़ंत इतनी जोरदार हुई कि दोनों बाइक पर बैठे चारों लोग हवा में उड़ से गए। हादसे की सूचना सबसे पहले पास में ही तैनात डॉयल-100 पुलिस को मिली। जो मौके पर पहुंचकर चारों घायलों को सीधे जिला अस्पताल लेकर पहुंची।
परिजन लेकर गये नेहरू अस्पताल
अस्पताल में जब घायलों को उठाकर एम्बुलेंस तक कोई पहुंचाने को आगे नहीं आ रहा था तो इसी दौरान मृतक राजकुमार व उसके साथी के कुछ परिजन जिला अस्पताल आ पहुंचे। जो कि दो की मौत के बाद बाकी बचे दोनों घायलों को उठाकर एम्बुलेंस तक ले जाने लगे, तो मौके पर मौजूद कुछ लोग उनकी मदद करने आगे आ गये। फिर घायलों को नेहरू अस्पताल ले जाया गया। वहीं अस्पताल के इन हालातों को लेकर सिविल सर्जन से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उनके संपर्क नहीं हो सका।
Created On :   7 Oct 2017 1:11 PM IST