डीजल में प्रतिलीटर 6 रूपये बचाने यूपी की लगा रहे दौड़ - प्रदेश को राजस्व का नुकसान

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डीजल में प्रतिलीटर 6 रूपये बचाने यूपी की लगा रहे दौड़ - प्रदेश को राजस्व का नुकसान

डिजिटल डेस्क  सिंगरौली (मोरवा)। डीजल के दामों में हुई बढ़ोत्तरी को पाटने लिए एमपी के वाहन मालिक यूपी से डीजल खरीद रहे हैं। एमपी से यूपी की दौड़ वे छह रूपये प्रतिलीटर के अंतर को भुनाने के  लिए लगा रहे हैं। यूपी का सीमाई जिला होने के कारण चितरंगी, मोरवा, दुधिचुआ और अन्य रास्तों से यूपी पहुंच कर चार पहिया वाहनों की टंकियां फुल करायी जा रही हैं। इस बड़े अंतर को मुनाफे में शामिल करने के लिए बड़े ट्रांसपोटर्स भी अपने निजी छोटे टैंकरों का उपयोग करने से नहीं चूक रहे हैं। हर दिन हजारों लीटर डीजल यूपी से खरीद कर एमपी के राजस्व में बड़ी सेंध लगाने का सिलसिला बीते एक महीने से चालू है। सूत्रों की मानें तो दोनों प्रदेशों में वैट टैक्स में अंतर होने के कारण यूपी में मौजूदा समय में छह रूपये डीजल सस्ता मिल रहा है। सीमा पर संचालित आधा दर्जन पेट्रोल पम्प से हर दिन हजारों लीटर डीजल यूपी से एमपी की सीमा में लाया जा रहा है। जिसे खदानों और निर्धारित दूरी पर चलने वाले डम्परों, ट्रकों और हैवी अर्थ मूविंग मशीनरी में खपाया जा रहा है। लगातार मप्र सरकार पर डीजल के दाम करने का दबाव बनाया जा रहा है। सिंगरौली के ट्रांसपोर्ट हब से ही एमपी सरकार को हर महीने लाखों रूपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। चितरंगी के दुधमिनयां, बड़ोखर, बरगवां तक के किसान ट्रैक्टरों में ड्रम ले जाकर अपने उपयोग के लिए डीजल ला रहे हैं। सस्ता डीजल मिलने से एमपी में संचालित पेट्रोल पम्पों में बिक्री आधी रह गयी है।


 

Created On :   1 Aug 2020 6:52 PM IST

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