जहां एसी चल रहा वहां  का 510 रू. व एक पंखा व दो बल्ब वाले के यहां 1597 रू. का बिल

Where the AC is running, Rs. 510 And with a fan and two bulbs, Rs 1597. capable
जहां एसी चल रहा वहां  का 510 रू. व एक पंखा व दो बल्ब वाले के यहां 1597 रू. का बिल
जहां एसी चल रहा वहां  का 510 रू. व एक पंखा व दो बल्ब वाले के यहां 1597 रू. का बिल

- बगैर मीटर चेक किए मनमानी भेजा जा रहा बिजली का बिल
-बिल कम कराने के लिए दर-दर भटक रहे उपभोक्ता
- बिल सुधर जाने का झूठा आश्वासन देकर चलता कर रहे अधिकारी
 डिजिटल डेस्क सिंगरौली(वैढऩ) ।
बगैर मीटर चेक किए मनमानी रीडिंग डालकर बिजली का बिल भेजा रहा है। हर माह आ रहे बिल में लंबी चौड़ी रकम देखकर उपभाक्ताओं के पसीना छूटने लगा है। स्थिति इस कदर खराब हो गई है महिलाएं आस पड़ोस में जाकर लोगों से अपना दुख बयां कर रही हैं। लेकिन उन्हें कहीं से भी राहत नहीं मिल रही है। दरअसल अगस्त माह के बिजली बिल जो अब घरों में पहुंच रहे हैं। वो चौंकाने वाले हैं। जहां अधिक खपत वहां कम का बिल और जहां कम खपत वहां अधिक का बिल। दोनों में मरण उपभोक्ता की है। बिजली विभाग के अफसरों, कर्मचारियों और ठेकेदारों की तो हर हाल में चांदी है। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ती है तो वो प्रशासन का सिरदर्द।  बिजली विभाग के ईई बीएल श्रीवास्तव मीटर रीडिंग में गलती स्वीकार करने तैयार नहीं है। शर्मोहया को ताक पर रखकर वे उल्टा कहते हैं कि यदि लोगों को शिकायत होती तो वो हमारा जीना मुश्किल कर देते। मगर, यहां तो कोई शिकायत नहीं कर रहा। मुझे लगता है कि पब्लिक की सारी परेशानियों का ठेका दैनिक भास्कर ने ले लिया है, पब्लिक को भी अपनी समस्या बताने दीजिये। 
कम पढ़े लिखे लड़के कर रहे काम
बिजली विभाग के साथ ठेका कंपनी के एग्रीमेंट के अनुसार मीटर रीडिंग के लिए कम से कम आईटीआई पास युवाओं को नौकरी पर रखा जाना है। लेकिन ठेका कंपनी कम पढ़े लिखे कुछ लड़कों को सिंगरौली में रखी है। उधर अधिकारी इस अनियमितता पर आंख बंद किय ठेकेदार के बिलों का भुगतान प्रतिमाह किए जा रहे हैं। लेकिन बिजली विभाग में चल रहे इस गडबड़झाले पर किसी वरिष्ठ अधिकारी की निगाह नहीं पड़ रही है।
फ्री की कर रहे वसूली
थाना रोड पर एक उपभोक्ता हैं। उनके घर एक एसी चल रही है व पंखे चलते हैं। लेकिन अगस्त माह में उनके घर का बिजली बिल मात्र 510 रूपए आया है। उन्होंने बताया कि कभी भी हमारे यहां मीटर चेक करने वाले बिजली विभाग के कर्मचारी नहीं आते हैं। इसके पहले अधिक बिल आ रहा था। बिजली विभाग ऑफिस में बैठे-बैठे मीटर रीडिंग की फीडिंग कर बिल भेजा जा रहा है। अगली बार बढ़ा बिल भेज देंगे। यानी पांच सौ रूपये फ्री में कंपनी की जेब में। मीटर रीडिंग किये बिना रीडिंग का पैसा ठेकेदार की जेब में। 

हर माह अनाप शनाप बिल
गनियारी निकट वेयर हाउस निवासी मुन्नी लाल ने बताया कि मेरा आईबीआरएस क्रमांक एन 1606040759 है। मेरे घर में एक पंखा व दो बल्ब जलता है। इसके बावजूद पिछले कई माह से बिजली का बिल 100 और 188 यूनिट का आ रहा था। अगस्त माह का बिल 236 यूनिट का आया है। जबकि मीटर 150 यूनिट बता रहा है। हम गरीब अपना इलाज भी नहीं करा पा रहे हैं। अब बिजली विभाग भारी भरकम हर माह बिजली बिल भेज कर मुसीबत को और बढ़ा रहा है।
 

Created On :   19 Sept 2020 6:45 PM IST

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