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लक्ष्य तक पहुंचने हर दिन खरीदना होगा साढ़े पांच लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं
डिजिटल डेस्क, रीवा। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में इस बार रीवा जिला पिछड़ गया है। स्थिति यह है कि खरीदी के लक्ष्य को पूरा करने खरीदी एजेंसी को प्रतिदिन साढ़े पांच लाख क्विंटल से ज्यादा गेहूं खरीदना होगा, जो किसी भी हालत में संभव नहीं है। बताया गया है कि रीवा जिले में इस बार 31 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी करनी थी। जिसमें से अभी तक सिर्फ 8 लाख 80 हजार क्विंटल गेहूं ही खरीदा जा सकता है। कुल मिलाकर गेहूं खरीदी में इस बार रीवा जिला काफी पीछे हो जायेगा। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 15 मई तक होनी है। मसलन गेहूं खरीदी के लिये अब 6 दिन का समय ही बचा है। इसमें से शनिवार और रविवार अवकाश। दो दिन खरीदी बंद रहती है, तो गेहूं खरीदी के लिये अब सिर्फ चार दिन का समय ही बचा है। ऐसे में एक दिन में 5 लाख 55 हजार क्विंटल गेहूं खरीदकर लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है। उल्लेखनीय है, कि पिछले वर्ष समर्थन मूल्य पर 22 लाख क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई थी। इस बार पिछले वर्ष की खरीदी तक पहुंचना भी मुश्किल लग रहा है। रीवा जिले में 122 खरीदी केन्द्रों में गेहूं की खरीदी की जा रही है।
50 हजार किसान नहीं पहुंचे-
समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने इस बार 70 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन कराया था लेकिन अभी तक 20 हजार 333 किसानों ने ही केन्द्रों में पहुंचकर गेहूं की बिक्री की है। लगभग 50 हजार किसान अभी गेहूं लेकर केन्द्रों तक नहीं पहुंचे हैं।
यह है वजह-
इस बार किसानों को समर्थन मूल्य से ज्यादा गेहूं की कीमत व्यापारियों से मिल रही है। यही वजह है कि किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं न बेचकर व्यापारियों को सीधे खुली नीलामी में दे रहे हैं। बताया गया है, कि गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल शासन द्वारा निर्धारित किया गया है। लेकिन पिछले कई दिनों से कृषि उपज मण्डी करहिया में गेहूं की कीमत 2015 रुपये प्रति क्विंटल से ज्यादा चल रही है। मण्डी में गेहूं की कीमत 2050 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच चुकी है। यही वजह है कि किसान मण्डी में व्यापारियों को गेहूं बेच रहे हैं। बताया गया है कि करहिया मण्डी में किसानों को गेहूं का भुगतान उसी दिन मिल रहा है। जबकि समर्थन मूल्य में बिक्री पर भुगतान के लिये कई दिनों तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
Created On :   10 May 2022 3:21 PM IST