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कोयला उद्योग को जीवित रखना कठिन चुनौती- देशभर से आए श्रमिक नेताओं ने किया मंथन
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (मोरवा)। बीएमएस से सम्बद्ध संगठन अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ की तीन दिन से चल रही बैठक बुधवार को समाप्त हो गई। देश भर से आये हुए कोल व नॉन कोल संगठनों के पदाधिकारियों ने मंथन के पश्चात भामसं के कोल एवं नॉन कोल प्रभारी डॉ बीके राय ने कहा कि भले ही कोयला उद्योग गतिशील व वैज्ञानिक तकनीकी पर तेजी से अग्रसर है लेकिन इसे जीवित रखना कठिन चुनौती से कम नही है। जिस प्रकार से श्रमिक समस्याएं और अनिश्चितताएं पनप रहीं हैं स्थितियों का पूर्वानुमान लगाना भी कठिन हो गया है।
देश भर से आये हुए श्रमिक नेताओं ने कहा कि आज कोयला उद्योग में कई समस्याएं आड़े आ रही हैं कोयला उधोग में भावी तकनीक क्या होगी? कोयला कामगारों व तकनीक में तालमेल कैसा होगा? कोयला उद्योग का भावी आर्थिक समस्याओं का रूप कैसा होगा? कोयला उद्योग पर राजनैतिक प्रभाव कितना होगा? समाज के बदलते स्वरूप का हमारे कोयला उधोग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?श्रम संघों के सामने प्रबन्ध कितना चुनौती पूर्ण होगी? सामाजिक दायित्व का निर्वाह किस प्रकार सम्भव होगा? यह सबकुछ अनिश्चितता की ओर है। कार्यसमिति के समापन में कहा गया कि कि कोल इंडिया स्तर पर हुए निर्णयों के पालन न होने, कोयला इंडिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी, ठेका कर्मियों के वेतन व उनकी सामाजिक सुविधाओं के किर्यान्वयन के लिए भारतीय मजदूर संघ जल्द ही आंदोलन करेगा।
भाजपा नेताओं ने भी की शिरकत
बीएमएस की कार्यसमिति बैठक में कोल इंडिया स्तर पर कल्याण व सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की गयी और एक अलग से समूह दल बनाया गया जो पूरे कोल इंडिया में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देगा। कार्यक्रम के दूसरे दिन सिंगरौली-सीधी की सांसद एवं कोल संसदीय समिति की सदस्य रीति पाठक,जिले की अध्यक्ष श्रीमती संध्या मिश्रा, जिलामंत्री सुरेश द्विवेदी, नगर निगम की महापौर प्रेमवती खैरवार,भाजपा जिलाध्यक्ष कांत देव सिंह व भाजपा पदाधिकारियों से कोयला उद्योग की समस्याओं पर चिंतन मंथन किया।
देश भर से आई 27 यूनियने हुई शामिल
अखिल भारतीय खदान मज़दूर संघ बीएमएस की औद्योगिक इकाईयों से सम्बद्ध देश भर से आई 27 यूनियनों के अध्यक्ष व महामंत्री शामिल हुए। जिसमें अभाखमसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजेन्द्र राय, महामंत्री वाईएनसिंह बघेल, उपाध्यक्ष तापस कुमार घोष, सुधीर घुरडे, कोषाध्यक्ष नवल किशोर राठी तथा पश्चिम बंगाल के परगना, धनबाद, कोतमा, सोहागपुर,सिंगरैनी सहित सभी कोल व नॉन कोल के बीएमएस संगठन स सम्बद्ध पदाधिकारी शामिल हुए।
Created On :   11 Jan 2018 1:21 PM IST