- यूपी: पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी की तैयारी, 28 जनवरी से गांव-गांव करेगी चौपाल
- यूपी: नई आबकारी नीति 1 अप्रैल से होगी लागू, घर में रख सकेंगे शराब की 12 बोतल
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिमाचल प्रदेश के निवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी
- जयपुर: किसानों के समर्थन में आज ट्रैक्टर रैली, शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि के बाद दिल्ली कूच
- राष्ट्रीय मतदाता दिवस: पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग के योगदान की तारीफ की
Health: जानिए उन 5 फूड के बारे में जो कर सकते हैं स्ट्रेस को मैनेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तनाव, वर्किंग प्रोफेशनल और होममेकर्स के जीवन का एक नियमित हिस्सा बन गया है। तनाव के दौरान, हमारा शरीर कोर्टिसोल हार्मोन का निर्माण करता है, जो एक सर्वाइवल मैकेनिज्म के रूप में हमारी भूख को बढ़ाता है। ऐसे में बॉडी तनाव को कम करने के लिए शुगर, कार्बोहाइड्रेट और फैट वाली चीजों की डिमांड करती है। हालांकि, ऐसे खाद्य पदार्थ लंबे समय में तनाव को कम करने में मदद नहीं करते हैं। यदि जल्दी इलाज नहीं किया जाता है, तो तनाव अवसाद और अन्य मानसिक बिमारियों को जन्म दे सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं पांच हेल्दी फूड्स जो स्ट्रेस के कम करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।
1. सिट्रस फ्रूट
यदि किसी स्ट्रेसफुल डे के दौरान आपकी मीठी चीज खाने का मन करता है, तो कैंडी बार या पेस्ट्री की तुलना में फलों का सेवन करना बेहतर है। खट्टे फल जैसे कि संतरे, नींबू और अंगूर का स्वाद मीठा होता है। साथ ही इसके हेल्थ बेनिफिट भी है, जो की आपको केक और दूसरी चीजों में नहीं मिलते। मनोवैज्ञानिक तनाव ऑक्सीडेटिव डैमेज का कारण बनता है। इस तरह के प्रभावों का सिट्रिस फ्रूट अच्छी तरह से मुकाबला करते हैं। क्योंकि इन फलों में साइट्रिक एसिड पाया जाता है।
2. हर्बल चाय
तनाव के दौरान न्यूरोट्रांसमीटर हार्मोन सेरोटोनिन कम हो जाता है जो की डिप्रेशन का कारण बनता है। दरअसल, न्यूरोट्रांसमीटर हार्मोन हमारे शरीर में मूड़, इमोशन, मेमोरी, कॉग्निशन और डोपामाइन को नियंत्रित करते हैं। इससे हमारी भूख और प्लेजर प्रभावित होती है। चाय में कैफीन और एल-थीनिन होता है, जो सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है और अतिरिक्त कोर्टिसोल को भी कम करता है। हर्बल टी जैसे कैमोमाइल, पिपरमिंट, अदरक और लैवेंडर चाय डी-स्ट्रेसिंग के लिए काफी प्रभावी हैं।
3. डार्क चॉकलेट
कई साइंटिफिक स्टडी में डार्क चॉकलेट के स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि हुई है। दो सप्ताह तक प्रतिदिन 40 ग्राम डार्क चॉकलेट खाने से कोर्टिसोल का स्तर कम होता है और मरीज को आराम मिलता है।
4. नारियल पानी
नारियल पानी तनाव से जुड़े न्यूरोमस्कुलर एक्साइटेशन को कम करता है। कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि से पोटेशियम का स्तर कम हो जाता है और रक्त में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। पोटेशियम का कम स्तर न्यूरोमस्कुलर तनाव पैदा करता है और मांसपेशियों की मरोड़ का कारण बनता है। नारियल इन प्रभावों का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त पोटेशियम प्रदान करता है।
5. कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ
क्रोनिक तनाव हमारी हड्डियों को प्रभावित करता है क्योंकि कोर्टिसोल का बढ़ा स्तर हड्डियों में कैल्शियम की कमी का कारण बनता है। लंबे समय में यह ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है। कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि सरसों का साग, कोलार्ड साग, ब्रोकोली, केल, खसखस और तिल, नुकसान को उलट सकते हैं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।