CBSE पेपर लीक : सुप्रीम कोर्ट में तीन पिटीशन फाइल, 4 अप्रैल को होगी सुनवाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के 10वीं मैथ्स और 12वीं इकोनॉमिक्स का पेपर लीक होने की वजह से दोबारा एग्जाम कराए जाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। CBSE के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में तीन पिटीशंस फाइल की गई है, जिसपर सुनवाई करने के लिए कोर्ट तैयार हो गया है। इन तीनों पिटीशंस पर एक साथ सुनवाई के लिए कोर्ट ने 4 अप्रैल की तारीख तय की है। इन पिटीशंस में CBSE के इस फैसले को गलत बताते हुए पेपर लीक के मामले की जांच CBI से कराए जाने की भी मांग की है। वहीं इसी मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में भी दो पिटीशंस फाइल की गई है, जिनपर सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की गई है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 26 मार्च को 12वीं इकोनॉमिक्स का और 28 मार्च को 10वीं मैथ्स का एग्जाम हुआ था। जिसके बाद CBSE ने इन दोनों एग्जाम्स के पेपर लीक होने का अंदेशा जताते हुए इन दोनों एग्जाम को दोबारा कराने का फैसला लिया था। एग्जाम से पहले ही पेपर लीक होने की बात कही जा रही थी, लेकिन एग्जाम के बाद CBSE ने पेपर लीक की बात को माना और पेपर को कैंसिल कर दिया। बताया जा रहा है कि 10वीं मैथ्स का पेपर वॉट्सएप के जरिए लीक हुआ था, जबकि 12वीं इकोनॉमिक्स के पेपर लीक होने की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। पेपर लीक होने के बाद बोर्ड ने 12वीं इकोनॉमिक्स के री-एग्जाम के लिए 25 अप्रैल की तारीख तय की है, जबकि 10वीं मैथ्स का पेपर सिर्फ दिल्ली-हरियाणा रीजन में ही दोबारा कराया जाएगा। हालांकि इसकी तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया गया है।
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सुप्रीम कोर्ट में तीन पिटीशंस फाइल
1. CBSE पेपर लीक होने के बाद री-एग्जाम कराए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में तीन पिटीशंस फाइल की गई हैं। पहली पिटीशंस दीपक कंसल की तरफ से दाखिल की गई है। इसमें उन्होंने मांग की है कि दोबारा एग्जाम कराए जाने की बजाय पुराने एग्जाम के आधार पर ही रिजल्ट डिक्लेयर किया जाए और पेपर लीक की जांच CBI से कराई जाए। इसके साथ ही उन्होंने ये भी मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच ठीक तरीके से करने के लिए एक हाईलेवल कमेटी का गठन किया जाए।
2. दूसरी पिटीशन केरल के कोचीन शहर में 10वीं के स्टूडेंट रोहन मैथ्यू ने दायर की है। रोहन ने अपनी पिटीशन में सुप्रीम कोर्ट से CBSE के फैसले को रद्द करने की मांग करते हुए पहले हो चुके एग्जाम के आधार पर ही रिजल्ट घोषित करने की मांग की है। रोहन ने अपनी पिटीशन में कहा है कि दोबारा एग्जाम होना स्टूडेंट्स के साथ ज्यादती है।
3. तीसरी पिटीशन एडवोकेट अलख आलोक श्रीवास्तव की तरफ से फाइल की गई है। इसमें उन्होंने भी CBI से जांच की मांग की है। साथ ही ये भी कहा है कि 10वीं और 12वीं के हर स्टूडेंट्स को 1-1 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
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दिल्ली हाईकोर्ट में भी दो पिटीशन दायर
CBSE पेपर लीक मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में भी दो पिटीशन दायर की गई है। पहली पिटीशन ऑल इंडिया पैरेंट्स एसोसिएशन की तरफ से फाइल की गई है, जिसमें पेपर लीक की जांच कोर्ट की निगरानी में कराए जाने की मांग की गई है। जबकि दूसरी पिटीशन सोशल ज्यूरिस्ट नाम के NGO की तरफ से दाखिल की गई है, जिसमें मांग की गई है कि 10वीं मैथ्स का पेपर जुलाई की बजाय अप्रैल में ही कराए जाने की मांग की गई है। हालांकि, इन पिटीशन पर सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं की गई है।
रविवार को तीन लोग हुए गिरफ्तार
रविवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पेपर लीक मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 प्राइवेट स्कूल के टीचर हैं, जबकि एक कोचिंग सेंटर का मालिक है। बताया जा रहा है कि इन तीनों पर आरोप है कि इन्होंने 12वीं इकोनॉमिक्स का पेपर वॉट्सएप के जरिए लीक किया। इसके साथ ही रविवार को CBSE ने बोर्ड के अफसर केएस राणा को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया।
Created On :   2 April 2018 11:56 AM IST