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निजी क्लासेस पर नियंत्रण लगाने कॉलेजों में लगेंगी बायोमीट्रिक मशीनें

डिजिटल डेस्क,नागपुर। नागपुर सहित राज्यभर में बढ़ रहे निजी ट्यूशन क्लासेस के रैकेट पर नियंत्रण लगाने के लिए शिक्षा विभाग कड़े कदम उठाने जा रहा है। अब राज्य सरकार ने कॉलेज में बायोमीट्रिक सिस्टम अपनाने का निर्णय लिया है। बायोमीट्रिक मशीन लगाने के बाद विद्यार्थियों को आते-जाते समय उसमें हाजिरी दर्ज करानी होगी। ऐसे में पता चल पाएगा कि विद्यार्थी कॉलेज में आते हैं या नहीं।
कालेजों की रिपोर्ट का भी हो सकेगा खुलासा: कॉलेज द्वारा पेश किए जाने वाले विद्यार्थियों के आंकड़ों का भी इस प्रणाली से खुलासा होगा। विधान परिषद में नागो गाणार, अपूर्व हिरे द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि राज्य के निजी ट्यूशन क्लासेस पर नियंत्रण लाने के लिए अधिनियम तैयार करने के साथ विधेयक का मसौदा बनाने के लिए शिक्षा आयुक्त की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति के मार्फत विधेयक का मसौदा तैयार करने की कार्यवाही शुरू है। उन्होंने कहा कि निजी ट्यूशन क्लासेस पर किस प्रकार नियंत्रण लगाया जा सकता है। इस संबंध में मसौदा तैयार करने की कार्यवाही शुरू है। जो निजी कोचिंग इंटीग्रेटेड क्लास चलाते हैं, उस क्लास में शिक्षा लेने वाले विद्यार्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगाना अनिवार्य होगा। विद्यार्थी के लिए महाविद्यालय में प्रवेश करते और बाहर जाते समय बायोमीट्रिक हाजिरी भी अनिवार्य की जाएगी। ऐसी इंटीग्रेटेड क्लासेस और क्लासेस से संलग्नित कनिष्ठ महाविद्यालय की सूची मार्च तक घोषित की जाएगी।
नागो गाणार ने निजी कोचिंग क्लासेस का मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा था कि राज्यभर में अवैध तरीके से निजी ट्यूशन क्लासेस चल रहे हैं। क्या सरकार इन क्लासेस पर रोक लगाएगी? उल्लेखनीय हैै कि कुछ वर्ष पूर्व निजी क्लासेस चलाने वालों के कार्रवाई मुहिम चलाई गई थी लेकिन विगत वर्ष से पुन: इसमें ढिलाई बरतने से यह धंधा फलने-फूलने लगा है। इस धंधे में सरकारी स्कूलों के टीचर जुड़े हैं जो सरकार से मोटी तनख्वाह भी लेेते हैं और बाहर कोचिंग चलाकर अपनी तिजोरी भरते हैं।
Created On :   22 Dec 2017 11:36 AM IST