सीबीएसई अब खुद करेगी प्रश्न-पत्रों का एनालिसिस

Central board of secondary education will now own question paper analysis
सीबीएसई अब खुद करेगी प्रश्न-पत्रों का एनालिसिस
सीबीएसई अब खुद करेगी प्रश्न-पत्रों का एनालिसिस

डिजिटल डेस्क,नागपुर। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने प्रश्नपत्र में किसी तरह की त्रुटि की स्थिति में छात्रों को परेशान न होने की सलाह दी है। साथ ही बोर्ड ने अपनी मार्किंग स्कीम की जानकारी दी है। इसके लिए सीबीएसई ने सभी परीक्षा केंद्रों को निर्देश दिए हैं कि वह परीक्षार्थियों से मिले फीडबैक को ऑनलाइन अपलोड कर दें। इसके माध्यम से देशभर के छात्र-छात्राओं को जानकारी मिल सकेगी।

24 घंटे में फीडबैक

यदि किसी सवाल में गलती होती है या प्रिंट में कोई खामी है, तो वह मार्किंग स्कीम तय करने वाली टीम को बताएं। सीबीएसई ने मार्किंग स्कीम को लेकर एक नीति है। कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देश के लगभग 5000 परीक्षा केंद्रों और दुनिया में 25 देशों में आयोजित हो रही है। यदि परीक्षा के दिन प्रश्नपत्र में किसी तरह की त्रुटि देखी जाती है, तो सभी केंद्रों से जानकारी ली जाती है। इसके समाधान के लिए सीबीएसई ने प्रावधान किया है। इसके तहत परीक्षा के दिन विषय विशेषज्ञों से जानकारी ली जाएगी। इसके अलावा पेपर होने के 24 घंटे के भीतर सभी स्कूलों से प्रश्नपत्र के फीडबैक लिए जाएंगे। साथ ही हेल्पलाइन सेंटर पर आने वाली सूचनाओं को भी ध्यान में रखा जाता है। उसके बाद सभी टिप्पणियों को संकलित किया जाता है और मार्किंग स्कीम तैयार करने वाले समूह को दिया जाएगा। इससे कॉपी चेक करते समय छात्रों के अंकों में किसी तरह की हानि नहीं होगी।

बर्ड रिसर्च एंड मोडालिटीज पर किया मार्गदर्शन

धनादेश चिड़िया या इंडियन हार्नबिल के जीवनचक्र एवं उसकी आदतों पर डॉ. राजू कासंबे ने विस्तार से जानकारी प्रदान दी। डॉ. कासंबे वनराई और सेंट्रल इंडिया बर्ड एकेडमी, नागपुर की ओर से राष्ट्रभाषा संकुल के धनवटे सभागृह में आयोजित बर्ड रिसर्च एंड मोडालिटीज विषय पर बोल रहे थे। कार्यक्रम चिड़ियों का अध्ययन करने वालों को सही दिशा में कैसे अध्ययन किया जाए, इसकी जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया था। इसके साथ ही कार्यक्रम बर्ड फोटोग्राफी में रुचि रखने वालों के लिए भी लाभप्रद था। 

Created On :   11 March 2019 8:58 AM GMT

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