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शिक्षा की उपयोगिता की जानकारी होना जरूरी- राजीवलोचन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्टूडेंट्स रट्टा मार कर परीक्षा में अच्छे अंक हासिल कर लेते हैं, लेकिन उसे विषय के बारे में कितना ज्ञान है, इस पर जोर नहीं दिया जाता। उनकी पढ़ाई औद्योगिक क्षेत्रों में कितनी उपयोगी है, इस पर अब विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। अच्छी शिक्षा प्रणाली से ही समाज का विकास होगा। इसके लिए हमें शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर देना होगा। इंडस्ट्री को स्किल की जरूरत है, ऐसे में विद्यार्थियों को कॉलेज में ही स्किल निखारने वाली शिक्षा विद्यार्थी दी जानी चाहिए। सरकार भी इस दिशा में बेहतर योजनाएं बना सके इसके लिए सभी कालेजों को छात्रों का डाटा बेस रखना जरूरी है। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान की महाराष्ट्र प्रोजेक्ट डायरेक्टर मीता राजीवलोचन ने शहर के भरत नगर स्थित एलआईटी परिसर में आयोजित रूसा की विशेष कार्यशाला के उद्गाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार रखे।
सही नियोजन जरूरी
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर और गोंडवाना विश्वविद्यालय के तहत आने वाले कॉलजों के लिए यह दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है। राजीवलोचन ने कहा कि, कॉलेज से पासआउट होने वाले विद्यार्थियों को प्लेसमेंट, वेतनश्रेणी का डाटा बेस जरूरी है, ताकि सरकार इस का आकलन करके सही योजनाएं निर्धारित कर सके। विदेशों में में कौन से नए रिसर्च हो रहे हैं, इसके साथ-साथ हमारे देश में खुद कौन सी रिसर्च हो रही है, इस पर भी हमें नजर बनाए रखनी है। शिक्षकों और शोधार्थियों को देश की प्रगति के लिए स्वदेशी प्रकृति पर संशोधन करना चाहिए।
शिक्षकों के रिक्त पद समस्या
कर्यक्रम की अध्यक्षता नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थविनायक काणे ने की। उन्होंने अपने संबोधन में नागपुर यूनिवर्सिटी के विकास और इसमें आने वाली बाधाओं का उल्लेख किया। विशेष तौर पर यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में रिक्त पड़े शिक्षकों की पद की समस्या का जिक्र करते हुए इसे जल्द से जल्द भरे जाने की पक्ष रखा। इस दौरान मंच पर आईक्यूएसी के निदेशक डा. सुरेश झाड़े और रूसा कोआर्डिनेटर डा. एम.एम. राय उपस्थित थे।
Created On :   5 Dec 2018 8:49 AM GMT