महाराष्ट्र चुनाव : अमित शाह ने शरद पवार से मांगा गेहूं-चावल का हिसाब

Maharashtra Election: Amit Shah asks Sharad Pawar for wheat-rice accounts
महाराष्ट्र चुनाव : अमित शाह ने शरद पवार से मांगा गेहूं-चावल का हिसाब
महाराष्ट्र चुनाव : अमित शाह ने शरद पवार से मांगा गेहूं-चावल का हिसाब

मुंबई, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को छह घंटे में चार रैलियां कर महाराष्ट्र में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।

शाह ने लातूर की रैली में तत्कालीन संप्रग सरकार में कृषि मंत्री रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुखिया शरद पवार से गेहूं और चावल का हिसाब देने की भी मांग की।

अमित शाह की पहली रैली दोपहर 12 बजे से आरआर कॉलेज मैदान, सांगली में हुई। इसके बाद सोलापुर, तुलजापुर और लातूर में भी उन्होंने चुनावी रैलियां कर विपक्ष पर सवालों की बौछार कर दी।

लातूर की रैली में अमित शाह ने कहा कि आज तक विरोधी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा पाए। नरेन्द्र मोदीजी पर भी देश में भ्रष्टाचार का आरोप कोई नहीं लगा सकता। ये भाजपा की सरकारें हैं, जिन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त देश और भ्रष्टाचार मुक्त महाराष्ट्र बनाने की शुरुआत की है।

उन्होंने पूर्व की सरकारों में मुख्यमंत्रियों के बदलने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा की सरकार में पांच साल में तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलते थे, भ्रष्टाचार होता था, शहीदों की विधवाओं के लिए बनाए फ्लैट भी लोग खा जाते थे।

अमित शाह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राफेल की पूजा करने पर विपक्षी नेताओं की ओर से सवाल उठाए जाने पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि मोदीजी देश की सेना को आधुनिक बनाना चाहते हैं, मोदी सरकार ने राफेल विमान को वायुसेना का हिस्सा बनाया है। कांग्रेस वालों को दशहरे के दिन राफेल की पूजा करने पर पेट में दर्द होता है। दशहरे के दिन शस्त्र की पूजा करना हमारा संस्कार है, कांग्रेसी इसे नहीं समझ सकते।

अमित शाह ने कांग्रेस-राकांपा की पिछली सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग भ्रष्टाचार करके महाराष्ट्र की जनता का पूरा पैसा खा गए। भ्रष्टाचार में फंसे कांग्रेस के मुख्यमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।

अमित शाह ने शरद पवार पर हमला बोलते हुए कहा, 10 साल तक यूपीए की सरकार थी, शरद पवारजी कृषि मंत्री थे, कितना गेहूं खरीदा, कितना चावल आपने खरीदा, इसका हिसाब दे दीजिए। लेकिन, ऐसा करने की आपकी हिम्मत नहीं होगी।

भाजपा अध्यक्ष ने महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार के कार्यों के आंकड़े गिनाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में 26,000 करोड़ सिंचाई, 3,000 करोड़ सूखे से निपटने, 13,000 करोड़ प्रधानमंत्री आवास योजना, 7,000 करोड़ स्वच्छ भारत, 20,000 करोड़ मेट्रो, 7,700 करोड़ अमृत योजना और 97,000 करोड़ रुपये अन्य विकास योजनाओं के लिए दिए गए हैं।

शाह ने रैलियों में परिवारवाद के मुद्दे पर भी कांग्रेस-राकांपा की घेराबंदी की। उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र का और देश का भला नहीं कर सकतीं, वो सिर्फ अपने परिवार का भला कर सकती हैं।

उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख की आलोचना करते हुए कहा, 1994 में यूएन में कश्मीर पर चर्चा होनी थी, तब के प्रधानमंत्री नरसिम्हा रावजी ने अटलजी को भारत की तरफ से चर्चा में भाग लेने का आग्रह किया था। तब अटल जी ने विपक्ष के नेता होने के बावजूद यूएन में कश्मीर के बारे में भारत का पक्ष रखा। राहुल बाबा कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं जिसमें पार्टी से ऊपर उठकर देश के लिए सोचा जाता है।

शाह ने कहा, हम भाजपा के कार्यकर्ता हैं, हम चुनाव में जीत-हार की चिंता नहीं करते बल्कि देशहित का सोचते हैं। इसी वजह से नरेन्द्र मोदी ने इस बार चुनाव के बाद संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को उखाड़ दिया।

महाराष्ट्र की चुनावी रैलियों में अमित शाह ने एनआरसी पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार 2024 तक घुसपैठियों को निकाल बाहर करेगी। हम घुसपैठियों को निकालने के लिए एनआरसी लाना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस-राकांपा वाले विरोध कर रहे हैं।

उन्होंने जनता से मुखातिब होते हुए कहा कि ये लोग वोट मांगने आएं तो उनसे पूछना कि वो घुसपैठियों को क्यों बचा रहे हैं? 2024 से पहले पूरे देश से एक-एक घुसपैठिये को चुन-चुन कर बाहर निकालने का काम मोदी सरकार करेगी।

Created On :   10 Oct 2019 3:30 PM GMT

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