संपत्ति विवाद में मासूम बेटी की हत्या, मां व भतीजी पर जानलेवा हमला

man killed his own innocent daughter and injured her mother and niece
संपत्ति विवाद में मासूम बेटी की हत्या, मां व भतीजी पर जानलेवा हमला
संपत्ति विवाद में मासूम बेटी की हत्या, मां व भतीजी पर जानलेवा हमला

डिजिटल डेस्क, अकोला। जिले में रोंगटे खड़े करने वाली वारदात में एक शख्स ने अपनी ही मासूम बेटी को मौत के घाट उतारकर मां व भतीजी को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया। पातुर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले गाहिलोत लेआऊट में मंगलवार को घटना हुई।  खेती तथा पारिवारिक विवाद के चलते गोपाल शंकर बेलुरकर ने अपनी  बेटी मयूरी उर्फ माधुरी बेलुकर (3) ,मां शकुंतला शंकर बेलुरकर ( 65  )तथा भतीजी गायत्री बाबुलाल बेलुरकर (15 ) पर लोहे के सरिए से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद वह खेत में रहने वाले अपने भाई तथा भाभी की हत्या करने के उद्देश्य से निकला।  घटना के दौरान आरोपी के मां की मदद की आवाज सुनकर वहां पहुंचे नागरिकों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। घटना के बारे में जानकारी मिलते ही पुलिस निरीक्षक डीसी खंडेराव  अपने सहयोगियों के साथ पहुंचे तथा घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डाक्टरों ने घायल मयूरी, शकुंतला तथा गायत्री की जांच करने पर मयूरी को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपी गोपाल शंकर बेलुरकर को गिरफ्तार कर लिया है।

संपत्ती के विवाद में घटी घटना
मां शकुंतला अपने दोनों बेटे गोपाल तथा बाबूलाल में से  बाबुलाल को अधिक प्रेम करती है तथा उसे संपति में अधिक हिस्सेदारी दे रही है। ऐसी सोच आरोपी गोपाल के मन में घर कर गई थी । संपति की चाहत ने गोपाल के सोचने समझने की क्षमता को खत्म कर उसके स्थान पर लालच ने घर बना लिया। यदि परिवार के अन्य सदस्य ही जीवित नहीं रहेंगे तो संपति में बंटवारे की गुंजाईश ही नहीं रहेगी यह सोचकर उसने इस जघन्य घटना को अंजाम देने का फैसला किया था।

मां को घर में सांप निकलने का दिया झांसा
सोमवार की रात से ही आरोपी शंकर के दिमाग में इस घटना को अंजाम देने का ख्याल पनप रहा था। जिससे उसने मंगलवार की तड़के 3 बजे के दौरान अपनी मां शंकुतला को घर में सांप निकलने का झांसा देते हुए घर के पिछवाडे ले गया जहां पर उसने मां के हाथ पैर बांधकर अपने मनसूबों को अंजाम देना आरंभ किया। बेटे के सिर पर शैतान सवार होने की बात मां के ध्यान में आते ही उसने मदद के लिए गुहार लगाने के लिए चिल्लाना आरंभ कर दिया।

भाई व भाभी थे अगला निशाना
शंकर ने अपनी बेटी, मां तथा भतीजी की हत्या के बाद खेत में रहने वाले अपने भाई बाबूलाल व भाभी की हत्या करने का निर्णय लिया था किंतु मां के हाथ पैर बांधने के दौरान वह मदद के लिए चिल्ला रही थी। जिससे स्थानीय नागरिक वहां पहुंचने से शंकर के मनसूबों पर पानी फिर गया। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने जांच को गति देते हुए आरोपी को गिरफ्तार किए जाने के कारण बाबूलाल तथा उसके पत्नी की जान बच गई

जिदंगी मौत से जूझ रही गायत्री
घर में सो रही 15 वर्षीय गायत्री बाबूलाल बेलुरकर पर उसके चाचा ने हत्या के उ्द्देश्य से जानलेवा हमला किया था किंतु घटना पर पहुंचे नागरिक तथा पहुंची पुलिस ने उसे उपचार के लिए तत्काल सर्वोपचार अस्पताल पहुंचा। गायत्री की हालत को देखते हुए उसके पिता ने  शहर के निजी अस्पलताल में उपचार के लिए भर्ती कराया जहां पर गायत्री जिंदगी व मौत के बीच जूझ रही है। 

Created On :   4 Dec 2018 8:38 AM GMT

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