हिमाचल प्रदेश नवरात्रि के दूसरे दिन नैना देवी मंदिर में भक्तों का लगा तांता

हिमाचल प्रदेश नवरात्रि के दूसरे दिन नैना देवी मंदिर में भक्तों का लगा तांता
हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ नैना देवी मंदिर में मंगलवार को भारी संख्या में भक्त उमड़ पड़े। बिलासपुर जिले की शांत पहाड़ियों में स्थित इस पवित्र मंदिर में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और कई अन्य राज्यों से श्रद्धालु मां नैना देवी के दर्शन के लिए पहुंचे।

बिलासपुर, 23 सितंबर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ नैना देवी मंदिर में मंगलवार को भारी संख्या में भक्त उमड़ पड़े। बिलासपुर जिले की शांत पहाड़ियों में स्थित इस पवित्र मंदिर में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और कई अन्य राज्यों से श्रद्धालु मां नैना देवी के दर्शन के लिए पहुंचे।

इस दिन भक्त देवी दुर्गा के दूसरे स्वरूप, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हैं, जो ज्ञान, तपस्या और आध्यात्मिक जागृति का प्रतीक हैं।

मेला अधिकारी और एसडीएम धर्मपाल, जो मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं, ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने और उत्सव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए मंदिर परिसर का दौरा किया। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने भक्तों से बड़ी संख्या में शामिल होने का आग्रह किया और मौसम के अनुकूल होने की बात कही। साथ ही, उन्होंने अफवाहों को खारिज किया।

उन्होंने कहा कि मंदिर तक जाने वाले रास्तों को काफी बेहतर कर दिया गया है और प्रशासन, मंदिर ट्रस्ट के सहयोग से सभी तीर्थयात्रियों को आरामदायक और आध्यात्मिक अनुभव सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भक्तों को कोई भी समस्या होने पर प्रशासनिक टीम मौके पर ही तुरंत समाधान करेगी।

जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा ने भी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने व्यवस्थाओं की सराहना की और भक्तों को नवरात्रि के दौरान मंदिर आकर भक्ति और प्रार्थना से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए आमंत्रित किया।

भारत के सबसे प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक, नैना देवी मंदिर समुद्र तल से 1,219 मीटर की ऊंचाई पर, बिलासपुर शहर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ में है, जबकि निकटतम रेलवे स्टेशन पंजाब में आनंदपुर साहिब और नांगल हैं।

नवरात्रि के दूसरे दिन, जिसे शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि कहा जाता है, भक्त पारंपरिक पूजा विधि करते हुए इस दिन के शुभ रंग के कपड़े पहनते हैं। माँ ब्रह्मचारिणी को शांत और तेजस्वी दिखाया गया है, जो सफेद वस्त्र धारण किए हुए है, एक हाथ में जप माला और दूसरे हाथ में कमंडल लिए हुए है, जो पवित्रता और भक्ति का प्रतीक है।

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Created On :   23 Sept 2025 12:20 PM IST

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