नवरात्रि विशेष मां ब्रह्मचारिणी के तीन मंदिर सच्ची श्रद्धा के केंद्र, भक्तों से भरा रहता है दरबार

नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा बड़ी श्रद्धा और विधिपूर्वक की जाती है। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से जीवन में तप, त्याग, संयम और सदाचार की शक्ति प्राप्त होती है।
देशभर में मां ब्रह्मचारिणी के कई मंदिर हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के तीन प्रमुख मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं, जहां नवरात्रि में भक्त बड़ी संख्या में आते हैं।
उत्तर प्रदेश की पावन नगरी वाराणसी में मां ब्रह्मचारिणी का मंदिर गंगा के किनारे, बालाजी घाट पर स्थित है। यह मंदिर नवरात्रि में भक्तों से पूरा भर जाता है। यहां सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ने लगती है और रात दो बजे से ही भक्तों की कतारें लग जाती हैं।
मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से मां की पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह मंदिर आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है और भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल माना जाता है।
लखनऊ के शास्त्री नगर में स्थित मां पूर्वी देवी बाघम्बारी मंदिर भी मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है। यहां नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। इस मंदिर में खासतौर पर मां ब्रह्मचारिणी को बादाम, काजू और मखाने का भोग लगाया जाता है। यह भोग मां को अर्पित करने का एक विशेष तरीका है, जिससे उनकी कृपा प्राप्त होती है।
बाघम्बारी मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और आस्था का भी प्रतीक है।
इसके अलावा, मध्य प्रदेश के देवास जिले के जंगलों में स्थित बगोई माता का मंदिर मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है। यह पवित्र धाम देवास जिले के बेहरी से कुछ किलोमीटर दूर है। यहां दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं और माता के चमत्कारी स्वरूप के दर्शन करते हैं।
माना जाता है कि जो भी भक्त यहां आता है, मां उसकी झोली खुशियों से भर देती हैं। भक्त विश्वास और श्रद्धा के साथ सुख-शांति, समृद्धि और सफलता की कामना लेकर यहां माथा टेकते हैं।
तीनों मंदिर नवरात्रि के दौरान मां ब्रह्मचारिणी की शक्ति और कृपा का केंद्र बन जाते हैं। श्रद्धालु इन मंदिरों में जाकर पूजा करते हुए जीवन में संयम, शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति की कामना करते हैं।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन में सकारात्मक बदलाव भी आते हैं। नवरात्रि के इस पावन पर्व पर इन मंदिरों का दर्शन और पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
ठसà¥à¤µà¥à¤à¤°à¤£: यह नà¥à¤¯à¥à¥ à¤à¤à¥ फ़à¥à¤¡à¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤µà¤¤à¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤ à¤à¤¬à¤° हà¥à¥¤ à¤à¤¸ नà¥à¤¯à¥à¥ मà¥à¤ BhaskarHindi.com à¤à¥à¤® à¤à¥ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¿à¤¸à¥ à¤à¥ तरह à¤à¤¾ à¤à¥à¤ बदलाव या परिवरà¥à¤¤à¤¨ (à¤à¤¡à¤¿à¤à¤¿à¤à¤) नहà¥à¤ à¤à¤¿à¤¯à¤¾ à¤à¤¯à¤¾ हà¥| à¤à¤¸ नà¥à¤¯à¥à¤ à¤à¥ à¤à¤µà¤ नà¥à¤¯à¥à¤ मà¥à¤ à¤à¤ªà¤¯à¥à¤ मà¥à¤ लॠà¤à¤ सामà¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¥à¤ à¤à¥ समà¥à¤ªà¥à¤°à¥à¤£ à¤à¤µà¤¾à¤¬à¤¦à¤¾à¤°à¥ à¤à¥à¤µà¤² à¤à¤° à¤à¥à¤µà¤² नà¥à¤¯à¥à¥ à¤à¤à¥à¤à¤¸à¥ à¤à¥ हॠà¤à¤µà¤ à¤à¤¸ नà¥à¤¯à¥à¤ मà¥à¤ दॠà¤à¤ à¤à¤¾à¤¨à¤à¤¾à¤°à¥ à¤à¤¾ à¤à¤ªà¤¯à¥à¤ à¤à¤°à¤¨à¥ सॠपहलॠसà¤à¤¬à¤à¤§à¤¿à¤¤ à¤à¥à¤·à¥à¤¤à¥à¤° à¤à¥ विशà¥à¤·à¤à¥à¤à¥à¤ (वà¤à¥à¤² / à¤à¤à¤à¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤° / à¤à¥à¤¯à¥à¤¤à¤¿à¤· / वासà¥à¤¤à¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥ / डà¥à¤à¥à¤à¤° / नà¥à¤¯à¥à¥ à¤à¤à¥à¤à¤¸à¥ / ठनà¥à¤¯ विषय à¤à¤à¥à¤¸à¤ªà¤°à¥à¤) à¤à¥ सलाह à¤à¤°à¥à¤° लà¥à¤à¥¤ ठतठसà¤à¤¬à¤à¤§à¤¿à¤¤ à¤à¤¬à¤° à¤à¤µà¤ à¤à¤ªà¤¯à¥à¤ मà¥à¤ लिठà¤à¤ à¤à¥à¤à¥à¤¸à¥à¤ मà¥à¤à¤°, फà¥à¤à¥, विडियॠà¤à¤µà¤ à¤à¤¡à¤¿à¤ à¤à¥ लà¥à¤à¤° BhaskarHindi.com नà¥à¤¯à¥à¤ पà¥à¤°à¥à¤à¤² à¤à¥ à¤à¥à¤ à¤à¥ à¤à¤¿à¤®à¥à¤®à¥à¤¦à¤¾à¤°à¥ नहà¥à¤ हà¥|
Created On :   23 Sept 2025 2:48 PM IST