मुस्लिम महिलाओं को आज तक नहीं मिला बराबरी का दर्जा उत्तर प्रदेश महिला आयोग अध्यक्ष

मुस्लिम महिलाओं को आज तक नहीं मिला बराबरी का दर्जा  उत्तर प्रदेश महिला आयोग अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता चौहान बुधवार को बुलंदशहर पहुंचीं, जहां उन्होंने महिला संबंधी मामलों को लेकर जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में प्रदेश की सामाजिक स्थिति, महिलाओं से जुड़े मुद्दों और हालिया विवादित बयानों पर खुलकर अपनी राय रखी।

बुलंदशहर, 24 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता चौहान बुधवार को बुलंदशहर पहुंचीं, जहां उन्होंने महिला संबंधी मामलों को लेकर जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में प्रदेश की सामाजिक स्थिति, महिलाओं से जुड़े मुद्दों और हालिया विवादित बयानों पर खुलकर अपनी राय रखी।

'आई लव मोहम्मद' विवाद पर बबीता चौहान ने कहा कि ऐसे कैंपेन का कोई असर नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का माहौल बेहद अच्छा है और प्रदेश व देश सुरक्षित हाथों में हैं। उनके अनुसार ऐसे मुद्दे सिर्फ समाज में भ्रम फैलाने और राजनीति करने के लिए खड़े किए जाते हैं, जबकि आम जनता इनसे प्रभावित नहीं होती।

मौलाना तौकीर द्वारा डांडिया कार्यक्रम को लेकर दिए बयान पर भी बबीता चौहान ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज ने आज तक महिलाओं को बराबरी का अधिकार नहीं दिया है। मुस्लिम महिलाओं को हमेशा इस्तेमाल की वस्तु की तरह घर की चारदीवारी में कैद रखा गया है। वे सिर्फ बच्चों को जन्म देने और परिवार बढ़ाने तक सीमित कर दी गईं। उन्होंने कहा कि अब मुस्लिम महिलाएं विद्रोह करना सीख चुकी हैं, लेकिन उन्हें घर से बाहर आने से रोका जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पाप का घड़ा भर चुका है, और जिस दिन यह फूटेगा, उस दिन बड़ा विस्फोट होगा।

डॉ. बबीता चौहान ने बताया कि महिला आयोग के पास सबसे ज्यादा मामले घरेलू हिंसा से संबंधित आते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को हल करने में उन्हें खुशी मिलती है। उनका कहना है कि वे कभी भी किसी एक पक्ष की बात सुनकर फैसला नहीं लेतीं। पहले शिकायतकर्ता महिला को सुना जाता है, लेकिन इसके साथ ही पति या उसके परिवार को भी बुलाकर दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने की कोशिश की जाती है।

उन्होंने यह भी माना कि आज घरेलू हिंसा के मामलों के पीछे मोबाइल फोन और सोशल मीडिया बड़ी वजह बनते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब परिवार के लोग साथ बैठकर बातचीत करते हैं, तो कई बार रिश्तों में सुधार हो जाता है और टूटता परिवार बच जाता है।

महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री का नारा 'सशक्त नारी, समृद्ध प्रदेश' वास्तव में महिलाओं के जीवन को नई दिशा देने वाला है। यह नारा महिलाओं के रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर पहले कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन अब मिशन शक्ति अभियान 5.0 के अंतर्गत महिलाओं को सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि मिशन 5.0 ने पहले से चल रही योजनाओं को और मजबूत किया है और अब अधिकारी सुनिश्चित कर रहे हैं कि महिलाओं तक योजनाओं का लाभ सीधे पहुंचे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता को महिलाओं के सशक्तीकरण का आधार बताते हुए कहा कि यह केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के विकास के लिए जरूरी है।

वहीं, अभिनेता शाहरुख खान को नेशनल अवार्ड मिलने पर बबीता चौहान ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे इस योग्य हैं और उन्हें शुभकामनाएं दीं। वहीं, अभिनेत्री पूनम पांडे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वह ऐसा कैरेक्टर नहीं है जिसके बारे में गंभीरता से चर्चा की जाए।

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Created On :   24 Sept 2025 9:10 PM IST

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