अयोध्या सीता बनीं मिस यूनिवर्स इंडिया, परशुराम बने पुनीत इस्सर; रामभक्त हुए भावविभोर

अयोध्या सीता बनीं मिस यूनिवर्स इंडिया, परशुराम बने पुनीत इस्सर; रामभक्त हुए भावविभोर
अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर आयोजित रामलीला का सातवां संस्करण आज तृतीय दिवस पर गणेश वंदना से आरंभ हुआ। रामलीला के इस भव्य मंच ने दर्शकों को एक बार फिर राम कथा के अद्भुत दृश्य और आध्यात्मिक आनंद से परिचित कराया।

अयोध्या, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर आयोजित रामलीला का सातवां संस्करण आज तृतीय दिवस पर गणेश वंदना से आरंभ हुआ। रामलीला के इस भव्य मंच ने दर्शकों को एक बार फिर राम कथा के अद्भुत दृश्य और आध्यात्मिक आनंद से परिचित कराया।

रामभक्तों ने हर दृश्य का आनंद लेते हुए राम जन्मभूमि पर सांस्कृतिक और धार्मिक महोत्सव का अनुभव किया। मिस यूनिवर्स इंडिया मनिका विश्वकर्मा ने माता सीता का अभिनय किया। उनके भाव, हाव-भाव और संवादों ने रामभक्तों का मन मोह लिया। उनका प्रदर्शन रामलीला में भावनाओं और श्रद्धा का अद्वितीय मिश्रण प्रस्तुत कर रहा था।

प्रसिद्ध अभिनेता पुनीत इस्सर ने परशुराम का किरदार निभाया। पिनाक धनुष टूटने पर उनका क्रोध और लक्ष्मण जी के साथ संवाद दर्शकों के लिए अत्यंत प्रभावशाली दृश्य था। इस सीन ने रामलीला में रोमांच और नाटकीयता को चरम पर पहुंचाया। बॉलीवुड अभिनेता रजन मोदी के संवाद और बिजली कड़कने की आवाज ने दृश्य को और जीवंत बना दिया।

दर्शक मंत्रमुग्ध होकर रामलीला के हर दृश्य में पूरी तरह डूब गए। रामलीला के अध्यक्ष सुभाष मलिक और महासचिव शुभम मलिक ने बताया कि अयोध्या की यह लीला विश्व की सबसे बड़ी रामलीला है। पिछले वर्ष 45 करोड़ से अधिक लोग इसे देख चुके हैं। इस बार यह आयोजन भगवान राम के जन्मस्थान राम कथा पार्क में हो रहा है, जो इसे और भी विशेष बनाता है।

इस वर्ष रामलीला में कई प्रसिद्ध कलाकार शामिल हैं: मनिका विश्वकर्मा- माता सीता, पुनीत इस्सर- परशुराम, राहुल भूचर- भगवान राम, मनोज तिवारी- बाली और रवि किशन- केवट। सुभाष ने बताया कि रामलीला का प्रसारण दूरदर्शन और यूट्यूब पर किया जा रहा है। देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु घर बैठे इसे देख सकते हैं और राम कथा के जादू को अनुभव कर सकते हैं।

अयोध्या की यह रामलीला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति, कला और आध्यात्मिकता का अभूतपूर्व आयोजन भी है। भगवान राम की जन्मभूमि पर हो रही यह लीला विश्वभर में श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है।

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Created On :   24 Sept 2025 10:14 PM IST

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