आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फाइनेंस के भविष्य को दे रहा नया आकार एनपीसीआई के अजय कुमार चौधरी

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फाइनेंस के भविष्य को दे रहा नया आकार  एनपीसीआई के अजय कुमार चौधरी
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक अजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब एक भविष्य से जुड़ी अवधारणा नहीं रह गई है, बल्कि यह फाइनेंशियल सर्विसेज को नया रूप देने में एक केंद्रीय शक्ति बन गई है।

मुंबई, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक अजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब एक भविष्य से जुड़ी अवधारणा नहीं रह गई है, बल्कि यह फाइनेंशियल सर्विसेज को नया रूप देने में एक केंद्रीय शक्ति बन गई है।

छठे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2025 में अपनी स्पीच देते हुए चौधरी ने कहा कि एआई फाइनेंशियल सर्विसेज के डिजाइन, वितरण और अनुभव के तरीके को बदल रहा है, जिससे एफिशिएंसी और इंक्लूजन के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मार्जिन से मेनस्ट्रीम में आ गया है। यह वित्तीय सेवाओं के डिज़ाइन, वितरण और अनुभव के तरीके को नया रूप दे रही है, जिससे दक्षता, समावेशन और लचीलेपन के द्वार खुल रहे हैं।" यह हमारे वित्तीय सेवाओं के डिजाइन, डिलिवर और एक्सपीरियंस करने के तरीके को बदल रहा है और एफिशिएंसी, इंक्लूजन और मजबूती के लिए दरवाजे खोल रहा है।"

'एआईज प्रॉमिस एंड पेरिल : बिल्डिंग रिस्पॉन्सिबल इंटेलिजेंस फॉर इंक्लूसिव फाइनेंस' विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह अपने साथ मुश्किल चुनौतियों को भी लाता है, जिन्हें रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस और ग्लोबल कॉपरेशन के जरिए मैनेज किया जाना चाहिए।

चौधरी ने कहा कि बैंकिंग, बीमा, पूंजी बाजार और पेमेंट सेक्टर में एआई में निवेश 2027 तक लगभग 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि 78 प्रतिशत वित्तीय संगठन पहले से ही कम से कम एक क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि 2023 में यह संख्या 55 प्रतिशत थी।

उन्होंने बताया कि एआई के दो रूप जेनरेटिव एआई और एजेंटिक एआई वित्तीय क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ये टेक्नोलॉजी धोखाधड़ी का पता लगाने, अनुपालन स्वचालन, ट्रेडिंग सटीकता और ग्राहक अनुभव को बेहतर बना सकती हैं, जिससे ग्लोबल बैंकिंग प्रोडक्टिविटी में सालाना आधार पर 200-340 बिलियन डॉलर की वृद्धि हो सकती है।

उन्होंने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर स्टैक में बढ़ते संकेंद्रण और विविधता लाने तथा लचीली, संप्रभु क्षमताओं के निर्माण की आवश्यकता से जुड़ी रणनीतिक चिंताओं पर भी प्रकाश डाला। उनके संदेश ने इस उत्सव के लिए मंच तैयार किया और वैश्विक फिनटेक समुदाय को ज़िम्मेदारी से नवाचार करने और एआई द्वारा संचालित एक समावेशी, सुरक्षित और भविष्य के लिए तैयार वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने के लिए प्रेरित किया।

अजय कुमार चौधरी ने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर स्टैक में बढ़ते कंसन्ट्रेशन और विविधता लाने तथा मजबूत, संप्रभु क्षमताओं के निर्माण की आवश्यकता से जुड़ी रणनीतिक चिंताओं पर भी प्रकाश डाला। उनके संदेश ने ग्लोबल फिनटेक कम्युनिटी को जिम्मेदारी से इनोवेट करने और एआई द्वारा संचालित एक इंक्लूसिव, सुरक्षित और फ्यूचर रेडी फाइनेंशियल इकोसिस्टम को आकार देने के लिए प्रेरित किया।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   7 Oct 2025 3:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story