कुआलालंपुर में चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक-व्यापारिक वार्ता आयोजित

कुआलालंपुर में चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक-व्यापारिक वार्ता आयोजित
चीनी उप प्रधानमंत्री ह लीफंग, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक वार्ता का आयोजन किया।

बीजिंग, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीनी उप प्रधानमंत्री ह लीफंग, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक वार्ता का आयोजन किया।

यह वार्ता दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच हाल ही में हुई फोन वार्ता में बनी महत्वपूर्ण सहमतियों के आधार पर आयोजित की गई।

दोनों पक्षों ने आपसी हित के प्रमुख आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर स्पष्ट, गहन और रचनात्मक चर्चा की। संवाद के दौरान अमेरिका द्वारा चीन के समुद्री रसद और जहाज निर्माण उद्योगों पर लागू धारा 301 के उपाय, पारस्परिक शुल्कों के निलंबन का विस्तार, फेंटेनाइल शुल्क और उसके नियंत्रण संबंधी कानून प्रवर्तन सहयोग, कृषि उत्पाद व्यापार, निर्यात नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श हुआ।

इन सभी मुद्दों पर दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी चिंताओं के समाधान हेतु ठोस व्यवस्थाओं पर आधारभूत सहमति प्राप्त की और विशिष्ट विवरणों के अंतिम रूप तथा अपनी-अपनी घरेलू अनुमोदन प्रक्रियाओं को पूरा करने पर सहमति जताई।

चीनी उप प्रधानमंत्री ह लीफंग ने बैठक में कहा कि चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों का मूल सार पारस्परिक लाभ और उभय जीत है। दोनों देशों के सहयोग से उन्हें लाभ मिलेगा, जबकि टकराव की स्थिति में दोनों को हानि उठानी पड़ेगी।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक संबंधों की स्थिरता दोनों देशों और उनकी जनता के हित में है, साथ ही यह वैश्विक समुदाय की अपेक्षाओं के अनुरूप भी है।

ह लीफंग ने उल्लेख किया कि आर्थिक और व्यापारिक सहयोग में उत्पन्न मतभेदों और घर्षणों के संबंध में, दोनों पक्षों को आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और जीत-जीत सहयोग की भावना से, समान वार्ता और परामर्श के माध्यम से एक-दूसरे की चिंताओं को उचित रूप से संबोधित करने के तरीके खोजने चाहिए। चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक परामर्श के परिणाम कड़ी मेहनत से प्राप्त हुए हैं और दोनों पक्षों द्वारा संयुक्त रूप से इन्हें बनाए रखने की आवश्यकता है।

उन्हें आशा है कि अमेरिका चीन के साथ मिलकर एक ही दिशा की ओर आगे बढ़ेगा, दोनों देशों के राष्ट्रपतियों द्वारा प्राप्त महत्वपूर्ण सहमतियों और इस वर्ष सभी आर्थिक और व्यापारिक परामर्शों के परिणामों को संयुक्त रूप से लागू करेगा, आपसी विश्वास को और बढ़ाएगा, मतभेदों को प्रबंधित करेगा और आपसी लाभ वाले सहयोग का विस्तार करेगा, ताकि द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को उच्च स्तर तक बढ़ावा दिया जा सके।

अमेरिकी पक्ष ने स्वीकार किया कि अमेरिका-चीन आर्थिक और व्यापारिक संबंध विश्व के सबसे प्रभावशाली द्विपक्षीय रिश्तों में से एक है। अमेरिका ने चीन के साथ सहमति, सहयोग और समान एवं सम्मानजनक तरीके से विकास को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

दोनों पक्षों ने यह भी सहमति दर्ज की कि राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में, वे चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापार परामर्श तंत्र का पूर्ण उपयोग करेंगे, आपसी चिंताओं पर लगातार संपर्क बनाए रखेंगे और द्विपक्षीय आर्थिक एवं व्यापारिक संबंधों के स्वस्थ, स्थिर और सतत विकास को बढ़ावा देंगे। इस प्रकार, यह वार्ता दोनों देशों की जनता और वैश्विक समृद्धि के लिए लाभकारी साबित होगी।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   26 Oct 2025 7:07 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story