जठर शुद्धि रस, पेट की हर समस्या का प्राकृतिक इलाज

जठर शुद्धि रस, पेट की हर समस्या का प्राकृतिक इलाज
आयुर्वेद के खजाने में हर रोग का हल छिपा है, खासकर पेट की समस्या जिससे लगभग हर कोई कभी न कभी परेशान रहता है। ऐसे में जठर शुद्धि रस एक बढ़िया आयुर्वेदिक उपाय है, जो पेट, आंत और जठराग्नि की सफाई और मजबूती के लिए बनाया गया है। यह सौ प्रतिशत आयुर्वेदिक पाचन और डिटॉक्स टॉनिक माना जाता है, जो शरीर को अंदर से साफ करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।

नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। आयुर्वेद के खजाने में हर रोग का हल छिपा है, खासकर पेट की समस्या जिससे लगभग हर कोई कभी न कभी परेशान रहता है। ऐसे में जठर शुद्धि रस एक बढ़िया आयुर्वेदिक उपाय है, जो पेट, आंत और जठराग्नि की सफाई और मजबूती के लिए बनाया गया है। यह सौ प्रतिशत आयुर्वेदिक पाचन और डिटॉक्स टॉनिक माना जाता है, जो शरीर को अंदर से साफ करता है और पाचन को दुरुस्त रखता है।

इसमें मौजूद रेड एलोवेरा, हरड़, आंवला, सौंफ, धनिया, अजवाइन और पुनर्नवा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियां मिलकर पेट की गहराई तक सफाई करती हैं। सभी औषधियां पेट में जमा टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, गैस, एसिडिटी, कब्ज और भारीपन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं। इसके नियमित सेवन से पाचन बेहतर होता है, भूख सही लगती है और शरीर में हलकापन महसूस होता है।

जो लोग बार-बार पेट फूलने, गैस या कब्ज की समस्या से जूझते हैं, उनके लिए यह टॉनिक बेहद फायदेमंद है। यह पेट में मौजूद वात, पित्त और कफ का संतुलन बनाकर रखता है, जिससे शरीर के अन्य अंगों पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही यह जठराग्नि (पाचन अग्नि) को मजबूत करता है, जिससे भोजन अच्छे से पचता है और ऊर्जा बढ़ती है।

वैज्ञानिक नजरिए से भी देखा जाए तो इसमें मौजूद हर्ब्स शरीर में डिटॉक्स प्रक्रिया को तेज करते हैं और पाचन एंजाइम्स के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। हरड़ और आंवला जैसे तत्वों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट की सूजन को कम करने और लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

सेवन विधि भी काफी आसान है। गर्मी के मौसम में इसे ठंडे पानी के साथ और सर्दियों में गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। आमतौर पर 10 से 20 मिलीलीटर की मात्रा भोजन के बाद ली जाती है। अगर समस्या ज्यादा पुरानी है तो आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर होता है।

इसका कुछ ही दिनों में असर दिखना शुरू हो जाता है। पहले तीन से पांच दिनों में पेट हल्का महसूस होता है, गैस और भारीपन घटता है और चेहरा साफ और चमकदार दिखने लगता है। नियमित सेवन से न सिर्फ पाचन सुधरता है बल्कि शरीर में स्फूर्ति भी बढ़ती है।

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Created On :   9 Nov 2025 5:11 PM IST

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