सेना प्रमुख ने किया अग्रिम चौकियों का दौरा, सिक्किम के मुख्यमंत्री से की मुलाकात
नई दिल्ली, 18 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय सेना सीमावर्ती इलाकों व अग्रिम सैन्य चौकियों पर निगरानी के लिए आधुनिक ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है। खास बात यह है कि निगरानी में इस्तेमाल होने वाले ये ड्रोन स्वदेशी हैं और भारत में ही विकसित किए गए हैं।
सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को सिक्किम की अग्रिम चौकियों पर इन ड्रोन सिस्टम्स के प्रदर्शन का आंकलन किया। थल सेना प्रमुख, जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को ब्लैक कैट डिविजन की अग्रिम चौकियों का दौरा किया है। सिक्किम में मौजूद रहे सेनाध्यक्ष ने यहां जवानों की परिचालन तैयारियों का प्रत्यक्ष आकलन किया।
इस दौरान उन्हें सैन्य फॉर्मेशन की ऑपरेशनल रेडीनेस तथा क्षमता-वृद्धि के लिए की गई विभिन्न पहलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
अग्रिम सैन्य चौकियों पर पहुंचने के दौरान सेना प्रमुख ने स्वदेशी तौर पर विकसित किए गए ड्रोन सिस्टम का प्रदर्शन भी देखा। विभिन्न श्रेणियों के ये ड्रोन सिस्टम अग्रिम सैन्य चौकियों के आस-पास व अन्य क्षेत्रों में निगरानी रखने की क्षमता और ऑपरेशनल प्रभावशीलता को मजबूत कर रहे हैं।
सेना प्रमुख ने यहां कठिन एवं दुर्गम पहाड़ी इलाकों में तैनात जवानों से बातचीत की और उनके अद्भुत पेशेवर कौशल, दृढ़ संकल्प तथा कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा की।
सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सिक्किम यात्रा के दौरान यहां मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से उनके आधिकारिक निवास पर मुलाकात भी की। बैठक में पूर्वी सेना के कमांडर इंचार्ज, त्रिशक्ति कोर के जीओसी तथा ब्लैक कैट डिविजन के जीओसी भी उपस्थित थे। सेना प्रमुख व अन्य वरिष्ठ सैन्य कमांडरों से वार्ता के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि सेना प्रमुख का यह दौरा सिक्किम के अग्रिम इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
दोनों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा, रणभूमि-दर्शन, मिलिट्री-सिविल फ्यूजन, तथा सिक्किम के पूर्व सैनिकों के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार एवं भारतीय सेना द्वारा रणभूमि-दर्शन, सिविल प्रशासन, मिलिट्री-सिविल फ्यूजन, और सिविल डिफेंस उपायों के लिए किए जा रहे सतत प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि पूरा राज्य भारतीय सेना के अनुशासन, समर्पण, और राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा में निभाई जा रही अहम भूमिका के लिए उनका आभारी है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने भी सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया था। 15 से 17 नवंबर उन्होंने अग्रिम इलाकों का व्यापक दौरा किया। रक्षा सचिव की इस यात्रा का उद्देश्य सीमा क्षेत्रों में सैन्य तैयारियों, सुरक्षा स्थिति, तथा अवसंरचना विकास परियोजनाओं की प्रगति का जमीनी मूल्यांकन करना था।
वह पिथौरागढ़ स्थित फॉरवर्ड इलाके में पहुंचे थे। यहां उन्हें परिचालन मामलों पर विस्तृत जानकारी दी गई। पिथौरागढ़ में रक्षा सचिव को उत्तरी भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग तथा 119 (आई) इन्फैंट्री ब्रिगेड ग्रुप के कमांडर ने प्रमुख परिचालन विषयों पर ब्रीफ किया। ब्रीफिंग में वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य, परिचालन तैनाती, लॉजिस्टिक सपोर्ट, सैनिकों की तैनाती की स्थिति और क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों के प्रति सेना की तैयारियों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई।
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Created On :   18 Nov 2025 11:13 PM IST












