महाराष्ट्र 23 वर्षीय बेटे ने पिता-दादा की गला रेतकर हत्या की, चाचा घायल, पुलिस में सरेंडर

मुंबई, 24 सितंबर (आईएएनएस)। मुंबई के अंधेरी इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया। संतोषी माता चॉल में रहने वाले 23 वर्षीय युवक चेतन मनोज भाटरे ने मंगलवार देर रात अपने पिता और दादा की चाकू से गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी, जबकि चाचा को गंभीर चोटें पहुंचाईं। आरोपी ने वारदात के तुरंत बाद खून से सना चाकू हाथ में लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया।
मुंबई पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और हत्या का मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू कर दी है। एमआईडीसी पुलिस स्टेशन के अनुसार, चेतन एक मेडिकल स्टोर पर डिलीवरी बॉय का काम करता है। मंगलवार रात करीब 11:30 बजे वह घर लौटा तो परिवार में पुरानी दुश्मनी फिर भड़क उठी। उसके पिता मनोज भाटरे (57 वर्ष), दादा बाबू भाटरे (79 वर्ष) और चाचा अनिल भाटरे (54 वर्ष) शराब के नशे में धुत थे और आपस में झगड़ रहे थे।
चेतन ने बताया कि पिता नशे की हालत में उस पर हमला करने लगे, जिससे गुस्से में आकर उसने किचन से चाकू उठाया और तीनों पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। पिता और दादा को मौके पर ही गंभीर चोटें लगीं, जिनसे उनकी मौत हो गई। चाचा अनिल ने किसी तरह जान बचाई, लेकिन उनका गला रेत दिया गया। उन्हें तुरंत नायर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई है।
वारदात के बाद चेतन, हाथ में चाकू लहराते हुए, सीधे एमआईडीसी पुलिस स्टेशन पहुंचा और सरेंडर कर दिया। ड्यूटी पर तैनात अधिकारी ने उसे तुरंत गिरफ्तार किया और वरिष्ठों को सूचना दी।
प्रारंभिक पूछताछ में चेतन ने खुलासा किया कि परिवार में शराब की लत और लगातार झगड़ों ने घर को नर्क बना दिया था। उसने कहा, "मेरे पिता, दादा और चाचा सभी शराबी थे। वे रोज झगड़ते थे और मेरी कमाई का दुरुपयोग करते थे। मेरी मां दो साल पहले इसी उत्पीड़न से तंग आकर घर छोड़कर चली गई थी। मेरी बहन भी इसी पीड़ा से गुजर रही थी। मैं टूट चुका था।"
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (हत्या) और 109 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है और चेतन को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
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Created On :   24 Sept 2025 10:56 PM IST