केंद्र 30,000 करोड़ रुपए की लागत से राउरकेला स्टील प्लांट की क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा

केंद्र 30,000 करोड़ रुपए की लागत से राउरकेला स्टील प्लांट की क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा
केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, राउरकेला स्टील प्लांट के विस्तार के तहत लगभग 30,000 करोड़ रुपए की लागत से प्लांट की क्षमता को दोगुना करने की योजना बनाई जा रही है।

नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, राउरकेला स्टील प्लांट के विस्तार के तहत लगभग 30,000 करोड़ रुपए की लागत से प्लांट की क्षमता को दोगुना करने की योजना बनाई जा रही है।

इस्‍पात मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, राउरकेला स्टील प्लांट (आरएसपी) के एक दौरे में केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने भारत के औद्योगिक विकास में इस प्लांट की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और एक परिवर्तनकारी एक्सपेंसन रोडमैप पेश किया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "हम लगभग 9,000 करोड़ रुपए की लागत से प्लांट का आधुनिकीकरण भी कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राउरकेला स्टील प्लांट वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और फ्यूचर-रेडी बना रहे।"

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ओडिशा खान समूह ने इस वर्ष उत्पादन में 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है और वित्त वर्ष 2025-26 में लगभग 15 मिलियन टन को पार करने की संभावना है, जिससे राउरकेला स्टील प्लांट के लिए कच्चे माल की सुरक्षा पहले से और अधिक मजबूत होगी।

केंद्रीय मंत्री ने स्टील मेल्टिंग शॉप-2 में लगभग 1,100 करोड़ रुपए के पूंजीगत व्यय से निर्मित मॉडर्न 1 एमटीपीए स्लैब कास्टर का उद्घाटन किया और कोक ओवन बैटरी 7 तथा निर्माणाधीन नए पेलेट प्लांट की प्रगति का निरीक्षण किया।

उन्होंने राउरकेला स्टील प्लांट को भारत की स्टील यात्रा का एक प्रमुख स्तंभ बताते हुए कहा, "देश के पहले पब्लिक सेक्टर इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट का दौरा करना मेरे लिए गर्व का क्षण है। छह दशकों से भी अधिक समय से, राउरकेला स्टील प्लांट न केवल संचालित है, बल्कि विकास के पथ पर भी अग्रसर बना हुआ है। यह हमारे घरेलू स्टील इंडस्ट्री की एक प्रमुख कंपनी और आधारशिला के रूप में उभरा है।"

केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्लांट के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "यह प्रोजेक्ट तकनीकी रूप से प्रतिस्पर्धी, आत्मनिर्भर, फ्यूचर-रेडी स्टील इकोसिस्टम के निर्माण के हमारे राष्ट्रीय मिशन से जुड़ा है, जो विकसित भारत 2047 के विजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।"

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Created On :   19 Nov 2025 7:50 PM IST

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