राष्ट्रीय: मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए पूर्वोत्तर में चार एकीकृत एक्वापार्क स्थापित करेगा केंद्र

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए पूर्वोत्तर में चार एकीकृत एक्वापार्क स्थापित करेगा केंद्र
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने रविवार को कहा कि मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने देश भर में 11 एकीकृत जलपार्कों को मंजूरी दी है, जिनमें से चार पूर्वोत्तर के अलग-अलग राज्यों में स्थापित किए जाएंगे।

अगरतला, 18 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने रविवार को कहा कि मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने देश भर में 11 एकीकृत जलपार्कों को मंजूरी दी है, जिनमें से चार पूर्वोत्तर के अलग-अलग राज्यों में स्थापित किए जाएंगे।

त्रिपुरा के प्रस्तावित एकीकृत जल पार्क की आधारशिला रखने और मछली महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में चार एकीकृत जल पार्क स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने मीडिया को बताया कि त्रिपुरा और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में मछली की भारी मांग है और इन राज्यों में मछली उत्पादन बढ़ाने की क्षमता है।

उन्होंने कहा कि देश में मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने संयुक्त प्रयास किए हैं।

बाद में समारोह को संबोधित करते हुए राजीव रंजन सिंह ने कहा कि केंद्र त्रिपुरा को मछली और दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा और हमेशा सहयोग करेगा। राज्य का प्रस्तावित एकीकृत जल पार्क उनाकोटी जिला मुख्यालय कैलाशहर में स्थापित किया जाएगा।

मछली महोत्सव के शिलान्यास और उद्घाटन समारोह में केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और त्रिपुरा के पशु संसाधन विकास विभाग के मंत्री सुधांशु दास समेत कई लोग मौजूद थे। इस अवसर पर मत्स्य पालन क्षेत्र के विभिन्न लाभार्थियों को प्रमाण पत्र/स्वीकृति आदेश वितरित किए गए, जिसके तहत पात्र मछुआरों और मछली पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) वितरित किए गए।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत 42.4 करोड़ रुपए के निवेश से इस एकीकृत जल पार्क की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि कैलाशहर में एकीकृत जल पार्क राज्य में मछली उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन के लिए बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए एक रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करेगा, जिससे इसकी मूल्य श्रृंखला में हितधारकों की एक विस्तृत श्रृंखला को लाभ होगा।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विकास मंत्रालय के तहत मत्स्य पालन विभाग, पीएमएमएसवाई के तहत एक प्रमुख हस्तक्षेप के रूप में एकीकृत जल पार्कों की स्थापना को प्राथमिकता दे रहा है। इन जल पार्कों की अवधारणा एकीकृत केंद्रों के रूप में की गई है जो हैचरी और फीड मिल से लेकर कोल्ड स्टोरेज, प्रसंस्करण, प्रशिक्षण और विपणन तक की सेवाएं एक ही छत के नीचे प्रदान करती हैं।

-- आईएएनएस

एएसएच/एकेजे

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Created On :   18 May 2025 10:39 PM IST

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