सिनेमा: बॉलीवुड के दिग्गज महेश भट्ट ने 'झूठ' बोलकर पाई पहली नौकरी, बनाई 80 से ज्यादा हिट फिल्में

बॉलीवुड के दिग्गज महेश भट्ट ने झूठ बोलकर पाई पहली नौकरी, बनाई 80 से ज्यादा हिट फिल्में
महेश भट्ट ने हिंदी सिनेमा को कई यादगार कहानियां दीं। उन्होंने पर्दे पर न सिर्फ मनोरंजन दिखाया, बल्कि समाज की हकीकत को भी सामने रखा। चाहे 'सारांश' जैसी गंभीर फिल्म हो या 'आशिकी' जैसी रोमांटिक कहानी, महेश भट्ट ने हर बार दर्शकों के दिलों पर अलग छाप छोड़ी। आज भले ही वह सिनेमा से दूर हैं, लेकिन उनके बनाए किरदार और कहानियां अब भी जिंदा हैं।

मुंबई, 19 सितंबर (आईएएनएस)। महेश भट्ट ने हिंदी सिनेमा को कई यादगार कहानियां दीं। उन्होंने पर्दे पर न सिर्फ मनोरंजन दिखाया, बल्कि समाज की हकीकत को भी सामने रखा। चाहे 'सारांश' जैसी गंभीर फिल्म हो या 'आशिकी' जैसी रोमांटिक कहानी, महेश भट्ट ने हर बार दर्शकों के दिलों पर अलग छाप छोड़ी। आज भले ही वह सिनेमा से दूर हैं, लेकिन उनके बनाए किरदार और कहानियां अब भी जिंदा हैं।

बहुत कम लोग ही जानते हैं कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक छोटे से झूठ के साथ की थी।

20 सितंबर 1948 को मुंबई में जन्मे महेश भट्ट का बचपन आसान नहीं था। उनके पिता, नानाभाई भट्ट, एक फिल्म निर्माता थे, लेकिन उन्होंने महेश की मां शिरीन मोहम्मद अली से शादी नहीं की थी। इस वजह से उन्हें कई तरह के तानों का सामना करना पड़ा। घर की आर्थिक हालत भी अच्छी नहीं थी। इन सबके चलते उन्होंने ठान लिया कि वे कुछ बड़ा करेंगे।

महेश भट्ट का फिल्म इंडस्ट्री से कोई मजबूत संपर्क नहीं था, लेकिन फिल्मों के प्रति उनका जुनून उन्हें महबूब स्टूडियो तक ले गया। उन्होंने वहां काम पाने के लिए एक छोटा-सा झूठ बोला। उन्होंने कहा कि वह फिल्म निर्देशक राज खोसला को जानते हैं। जब उनसे सच पूछा गया, तो उन्होंने झिझकते हुए सब कुछ बता दिया। राज खोसला ने उनकी ईमानदारी को सराहा और अपनी टीम में उन्हें असिस्टेंट बना लिया। यहीं से महेश भट्ट के फिल्मी करियर की असली शुरुआत हुई।

1974 में महेश भट्ट ने 'मंजिलें और भी हैं' नाम की फिल्म से निर्देशन में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'अर्थ', 'सारांश', 'नाम', 'अवारगी', और 'कश्मकश' जैसी फिल्में बनाई, जिनमें समाज को असली आईना दिखाया गया। 1984 में आई फिल्म 'सारांश' को ऑस्कर में जगह मिली।

महेश भट्ट ने 1990 के दशक में 'विशेष फिल्म्स' नाम से अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू किया। इस बैनर के तहत उन्होंने 'राज', 'मर्डर', 'जिस्म', 'जन्नत', और 'आशिकी 2' जैसी हिट फिल्मों को प्रोड्यूस किया। इन फिल्मों ने न सिर्फ नए कलाकारों को मौका दिया, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी खूब कमाई की। 1998 की फिल्म 'जख्म' ने उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया। इसके साथ ही उन्होंने 'हम हैं राही प्यार के', 'तमन्ना', और 'गुड़िया' जैसी फिल्मों के लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीते।

महेश भट्ट ने अपने करियर में 80 से ज्यादा हिट फिल्में दी हैं। उनके निजी जीवन की बात करें तो महेश भट्ट ने दो शादियां कीं। पहली पत्नी से उन्हें पूजा भट्ट और राहुल भट्ट हैं, जबकि दूसरी पत्नी सोनी राजदान से उन्हें आलिया भट्ट और शाहीन भट्ट हैं।

महेश भट्ट को अब तक कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है, जिनमें पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, चार फिल्मफेयर अवॉर्ड, ज़ी सिने अवॉर्ड, स्टारडस्ट अवॉर्ड, और आईफा अवॉर्ड शामिल हैं।

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Created On :   19 Sept 2025 5:36 PM IST

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